छत्तीसगढ़ में मानसूनी बारिश से मौसम हुआ सुहावना, नौतपा का नहीं दिखा असर

छत्तीसगढ़ में इन दिनों मौसम पूरी तरह से बदला हुआ नजर आ रहा है। समय से पहले दस्तक देने वाले मानसून ने प्रदेश को भी अपनी चपेट में ले लिया है। राजधानी रायपुर समेत कई जिलों में पिछले कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने जहां गर्मी से राहत दिलाई है, वहीं नौतपा की तपिश को भी पूरी तरह से खत्म कर दिया है।
इस बार नौतपा की शुरुआत 25 मई से हुई थी, लेकिन उसी दिन से बारिश भी शुरू हो गई। मौसम विभाग के अनुसार, आमतौर पर मानसून 1 जून को केरल पहुंचता है, लेकिन इस बार 24 मई को ही यह दक्षिण भारत में सक्रिय हो गया, जिससे पूरे देश के साथ छत्तीसगढ़ में भी बारिश का दौर जल्दी शुरू हो गया।
रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर, कांकेर, बालोद, सरगुजा, बलौदाबाजार और दक्षिण बस्तर जैसे जिलों में शुक्रवार रात से लेकर शनिवार सुबह तक जोरदार बारिश हुई। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी ऐसे ही हालात बने रहने की संभावना जताई है। कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है।
इधर, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, कोंडागांव, बस्तर और दंतेवाड़ा जैसे जिलों में अगले तीन घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी संभावना है।
पूरे मई महीने की बात करें तो बीते एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश ने तापमान में भारी गिरावट ला दी है। मौसम विभाग ने पुष्टि की है कि इस बार मानसून ने अपने तय समय से 16 दिन पहले छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया है। इससे प्रदेश में इस बार मानसून लंबा और सक्रिय रहने की उम्मीद है।
नौतपा के दौरान जहां आमतौर पर भीषण गर्मी पड़ती है, वहीं इस बार बारिश ने मौसम को पूरी तरह बदल दिया है। किसानों के लिए यह बारिश किसी वरदान से कम नहीं है। जल्दी हुई बारिश से बुवाई का कार्य समय पर शुरू हो सकेगा और फसलों की अच्छी पैदावार की संभावना भी बढ़ गई है।