माहवारी कोई अभिशाप नहीं , बल्कि एक शारीरिक प्रक्रिया : कलेक्टर

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जांजगीर-चांपा। माहवारी स्वछता दिवस के अवसर पर जिला पंचायत सभाकक्ष में महावारी की बात सबके साथ कार्यक्रम का आयोजन कलेक्टर आकाश छिकारा की उपस्थिति में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बालिकाओं से माहवारी के जागरूकता के विषय पर विस्तार से चर्चा किया गया। कलेक्टर ने जिले के सभी पंचायतों, कॉलेज, छात्रावास एवं सभी स्कूलों में अभियान के रूप में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन का कार्य किया जाए।

जिसमें हसदेव वालिंटियर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन एवं एक शिक्षिका की टीम तैयार कर माह`वारी के प्रति जागरूकता अभियान चलाने की बात कही। अभियान चलाकर जिले को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के लिए उत्कृष्ट कार्य करने की आवश्यकता है, ताकि जिले से एनीमिया जैसी बीमारी कुपोषण एवं स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर किया जा सके। उन्होंने कहा कि माहवारी कोई अभिशाप नहीं है, बल्कि एक शारीरिक प्रक्रिया है।

कार्यक्रम में प्रतिभागियों को व्यक्तिगत स्वच्छता की महत्वता, स्वस्थ जीवन का महत्व, एनीमिया के दुष्प्रभाव, माहवारी के दौरान कपड़ा उपयोग के दुष्परिणाम, संक्रमण के विभिन्न घटक संक्रमण से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव एवं संक्रमण के कारण होने वाले आर्थिक व्यय के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। महामारी स्वच्छता प्रबंधन को झिझक शर्म जैसे शब्दों से निकलकर हमें इस पर खुलकर चर्चा करने की जरूरत है।

इस दौरान कलेक्टर ने उपस्थित बालिकाओं को माहवारी के प्रति जागरूक करते हुए सेनेटरी पैड एवं आयरन की दवाई वितरित किये। इस दौरान सीएमएचओ डॉ स्वाति वंदना सिसोदिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनिता अग्रवाल, यूनिसेफ जिला समन्वयक दिव्या राजपूत सहित छात्राएं उपस्थित थे।

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