खेल

ओलंपिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की हौसला अफजाई जरूरी

BBN24/20 अगस्त 2024:  पेरिस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन देश के खेल प्रेमियों के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय रहा है। ओलंपिक से लौटने पर देशवासियों ने खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनसे मिलकर उनका हौसला बढ़ाया।

भारतीय खिलाड़ियों की इस सफलता के पीछे न सिर्फ उनकी कड़ी मेहनत है, बल्कि सरकार का समर्थन भी अहम भूमिका निभाता है। इस ओलंपिक में भारत की ओर से 117 खिलाड़ी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए गए थे, जिनके प्रशिक्षण और अन्य सुविधाओं पर सरकार ने करीब 470 करोड़ रुपये खर्च किए थे। इस निवेश का परिणाम भी दिखाई दिया, जब भारत ने एक रजत और पांच कांस्य पदकों के साथ कुल 6 पदक हासिल किए।

PM Narendra Modi Meets Indian Contingent Following Paris Olympics 2024;  Manu Bhaker Explains About Pistols, Indian Men's Hockey Team Presents Prime  Minister Signed Stick | LatestLY

भारतीय हाकी टीम ने इस ओलंपिक में भी कांस्य पदक जीतकर लगातार दूसरी बार अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उनकी इस सफलता ने देश में हाकी के प्रति नई उम्मीदें जगाई हैं, और इस बात की संभावना बढ़ा दी है कि भविष्य में भारतीय हाकी टीम स्वर्ण पदक जीतने में सफल होगी।

हालांकि, कई भारतीय खिलाड़ी जिन्होंने कड़ी मेहनत की थी, दुर्भाग्यवश पदक जीतने में सफल नहीं हो पाए। विनेश फोगाट जैसी होनहार खिलाड़ी, जो पहली बार महिला कुश्ती के फाइनल में पहुंची थीं, 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण ओलंपिक से बाहर हो गईं। यदि यह नहीं हुआ होता, तो वह स्वर्ण पदक या रजत पदक जीतने में निश्चित रूप से सक्षम होतीं।

Manu Bhaker Explains About Pistol, Hockey Team Presents Signed Stick As PM  Narendra Modi Meets Olympic Contingent. Watch | Olympics News

विनेश की कमी को मनु भाकर ने पूरा किया, जिन्होंने दो पदक जीतकर एक नया कीर्तिमान रचा। मनु भाकर ने ही भारत को इस ओलंपिक का पहला पदक दिलाया, जिसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी जमकर सराहना की। पीएम मोदी ने सभी खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि उन्होंने इस ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और देशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरे।

इस ओलंपिक में हार और जीत का खेल भले ही रहा हो, लेकिन खिलाड़ियों के लिए यह अनुभव काफी मूल्यवान साबित होगा। चूंकि हमारे अधिकांश खिलाड़ी कम उम्र के हैं, इसलिए पेरिस ओलंपिक का यह अनुभव उनके भविष्य के लिए अमूल्य साबित होगा। यह अनुभव उन्हें अगले ओलंपिक में अधिक पदक जीतने में मदद करेगा और भारत को खेल की दुनिया में और ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

इसलिए, हमें इन खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करते रहना चाहिए और उनके साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए तैयार रहना चाहिए, ताकि वे अपनी प्रतिभा का और भी बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।

Share this

Kailash Jaiswal

"BBN24 News - ताजा खबरों का सबसे विश्वसनीय स्रोत! पढ़ें छत्तीसगढ़, भारत और दुनिया की ब्रेकिंग न्यूज, राजनीति, खेल, व्यवसाय, मनोरंजन और अन्य अपडेट सबसे पहले।"

Related Articles

Back to top button