ईशा मसीह कट्टर वैष्णव थे : निश्चलानंद सरस्वती

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जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने अपने रायपुर प्रवास के दौरान कहा कि ईशा मसीह कट्टर वैष्णव थे……इसके अलावा देश में जारी आरक्षण पर भी बात रखते हुए इसके पांच दोष भी गिनाए. धर्म, समाज व धर्मांतरण को लेकर जारी बहस आदि पर भी उन्होंने बातें रखीं….. हिन्दू राष्ट्र में मुसलमान और इसाईयों को बतया की सबके पूर्वज सनातनी थे. ईशा मसीह की प्रतिमा रोम में है. उसे ढंककर रखा गया है वैष्णव तिलक से युक्त ईशा की प्रतिमा सामने आ जाएगी. उन्हें को सूली पर चढ़ा दिया गया था. वे कट्टर वैष्णव थे.वीपी सिंह ने थोपा आरक्षणशंकराचार्य ने वर्तमान आरक्षण में पांच दोष गिनाए और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने इसे थोपा है ताकि वे पद पर लंबे समय तक रह सकें. उन्होंने कहा कि जिन्हें कुटीर उद्योग थमाया गया था, उन्हें आरक्षण की क्या आवश्यकता है……