छत्तीसगढ़: RTE के पहले चरण में 6,732 निजी स्कूलों के लिए 1,04,317 आवेदन, 25 अप्रैल तक दस्तावेजों की जांच, एक व दो मई को लॉटरी से होगा सीट आवंटन

रायपुर। शिक्षा का अधिकार (RTE) अधिनियम के तहत शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए निजी स्कूलों में केजी-वन और कक्षा पहली में नि:शुल्क प्रवेश की प्रक्रिया जारी है। पहले चरण में 1,04,317 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं। अब 25 अप्रैल तक नोडल अधिकारी इन आवेदनों के दस्तावेजों की जांच करेंगे। इसके बाद 1 और 2 मई को लॉटरी प्रक्रिया के जरिए चयनित छात्रों को सीटें आवंटित की जाएंगी, और 5 से 30 मई तक स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया चलेगी।
आठ हजार सीटें रह गई थीं खाली
पिछले सत्र की बात करें तो प्रदेश के 6,749 निजी स्कूलों में 54,367 सीटें आरक्षित थीं, जिनमें केवल 46,219 बच्चों का ही प्रवेश हो सका। लगभग 8,000 सीटें खाली रह गईं, जबकि दोगुने से अधिक यानी 1.22 लाख आवेदन मिले थे। रायपुर जिले में ही लगभग 1,000 सीटें नहीं भर पाई थीं। इस वर्ष भी ऐसी स्थिति की पुनरावृत्ति की आशंका जताई जा रही है।
प्रदेशभर के 6,732 स्कूलों में होंगे प्रवेश
इस सत्र में प्रदेश के 6,732 निजी स्कूलों में कुल 51,978 सीटें आरटीई के तहत आरक्षित हैं। लॉटरी के जरिए पात्र विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा, जिसमें कंप्यूटर सिस्टम द्वारा रेंडम चयन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
स्वामी आत्मानंद स्कूलों में भी शुरू हुई प्रवेश प्रक्रिया
राज्य सरकार द्वारा संचालित 403 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम और 348 हिंदी माध्यम स्कूलों में भी प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इन स्कूलों में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से 5 मई तक आवेदन किए जा सकते हैं। अधिक आवेदन होने पर 6 से 10 मई के बीच लॉटरी द्वारा सीट आवंटन किया जाएगा।
महतारी दुलार योजना और कमजोर वर्गों को प्राथमिकता
कोरोना महामारी में अनाथ हुए बच्चों को महतारी दुलार योजना के तहत प्राथमिकता दी जा रही है। इसके लिए पालक का मृत्यु प्रमाण पत्र आवश्यक होगा। वहीं बीपीएल और आर्थिक रूप से कमजोर पालकों के बच्चों को 25% सीटों पर प्राथमिकता दी जाएगी, जिसके लिए आय प्रमाण पत्र अनिवार्य है।
दूसरे चरण की प्रक्रिया भी तैयार
यदि पहले चरण में सीटें खाली रहती हैं तो दूसरे चरण की प्रक्रिया 2 जून से 31 जुलाई तक चलेगी। इस दौरान नए स्कूल पंजीयन, दस्तावेज सत्यापन, आवेदन और लॉटरी के बाद दाखिला किया जाएगा।