युक्तिकरण नीति के खिलाफ 25 जून को DEO कार्यालय का घेराव करेगी कांग्रेस – सुशील शर्मा
जिला शिक्षा कार्यालय घेराव को लेकर कांग्रेस की रणनीति तय, सभी प्रकोष्ठों को जिम्मेदारी

भाटापारा। प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि, शिक्षा न्याय यात्रा के जिला प्रभारी एवं पूर्व मंडी अध्यक्ष सुशील शर्मा ने कांग्रेस भवन में आयोजित ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 25 जून को जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) कार्यालय का घेराव किया जाएगा। यह विरोध प्रदर्शन युक्तिकरण नीति के खिलाफ होगा, जिसे शिक्षा व्यवस्था के लिए घातक बताया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इससे पहले जिले के सभी ब्लॉकों में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालयों का घेराव कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा जा चुका है। अब इस अभियान को जिला स्तर पर ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में होगा, जिसमें सभी विंग्स जैसे महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस, एनएसयूआई, सेवादल, इंटक समेत अन्य प्रकोष्ठों की भागीदारी अनिवार्य होगी।
सुशील शर्मा ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे संगठन की एकता और ताकत का परिचय दें और अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस महत्वपूर्ण जनहित अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस की पहचान कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी से होती है।
इस जिला स्तरीय प्रदर्शन में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं प्रदेश सह प्रभारी विजय जांगिड़, जिला प्रभारी अशोक राज आहूजा, तथा जिला अध्यक्ष सुश्री सुमित्रा धृतलहरे विशेष रूप से उपस्थित रहेंगी। सभी ब्लॉकों के कार्यकर्ता 25 जून को दोपहर 12 बजे जिला कांग्रेस कार्यालय में एकत्र होकर पदयात्रा के रूप में डीईओ कार्यालय पहुंचेंगे और घेराव करेंगे।
बैठक में प्रमुख रूप से ब्लॉक अध्यक्ष अरुण यादव, प्रदेश प्रतिनिधि सतीश अग्रवाल, ईश्वर सिंह ठाकुर, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार शर्मा, पूर्व सिंधी अकादमी सदस्य रोशन हबलानी, पूर्व श्रम मंडल सदस्य आलोक मिश्रा, पार्षद अजय ठाकुर, चंद्रकांत खूंटे, पूर्व महामंत्री संतोष सोनी, युवा नेता पप्पू चौहान, पूर्व पार्षद नानू सोनी, राजेंद्र वर्मा, संजय बघेल, पिंटू रजक, मनमोहन कुर्रे, एनएसयूआई अध्यक्ष हरीश लहरें, धनंजय महिलांग, मनहरन वर्मा, शिव प्रसाद यदु, गिरिराज चावड़ा समेत अनेक कांग्रेसजन उपस्थित रहे।
सुशील शर्मा ने अंत में सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे एकजुटता और अनुशासन के साथ इस अभियान को मजबूती दें और युक्तिकरण नीति के विरोध में कांग्रेस की आवाज़ को बुलंद करें।