कांग्रेस नेता हसन आबिदी गिरफ्तार: महिला पटवारी को ACB-EOW के नाम पर ब्लैकमेल कर वसूले 70 लाख रुपये

रायपुर। राजधानी रायपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ खुद को कांग्रेस नेता बताने वाले हसन आबिदी को ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पर आरोप है कि वह एक महिला पटवारी और उसके व्यवसायी पति को एसीबी और ईओडब्ल्यू के नाम पर फर्जी केस में फंसाने की धमकी देकर करोड़ों रुपये की मांग कर रहा था।
ब्लैकमेलिंग और धमकी का सिलसिला
शिकायतकर्ता राजेश सोनी, जो कि पेशे से रियल एस्टेट व्यवसायी हैं, ने बताया कि उनकी पत्नी सारिका सोनवानी रायपुर में पटवारी के पद पर कार्यरत हैं। बीते कुछ महीनों से हसन आबिदी उन्हें लगातार फोन कर फर्जी भ्रष्टाचार केस में फंसाने की धमकी दे रहा था। उसने दावा किया कि उसकी एसीबी, ईओडब्ल्यू, ईडी और सीबीआई में ऊँची पहुँच है, और इन एजेंसियों की मदद से वह उनकी पत्नी को गिरफ्तार करवा सकता है।
70 लाख रुपये और ज़मीन हड़पने का आरोप
राजेश सोनी के अनुसार, लगातार दबाव और धमकियों के चलते उन्होंने आरोपी को करीब 70 लाख रुपये नकद में दिए, साथ ही 3500 वर्गफुट जमीन भी उसके परिजनों के नाम जबरदस्ती ट्रांसफर करनी पड़ी। बावजूद इसके, आरोपी की धमकियाँ बंद नहीं हुईं। पीड़ित की पत्नी मानसिक रूप से इस हद तक परेशान हो गईं कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
गिरफ्तारी और जब्ती
पीड़ित की शिकायत पर टिकरापारा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर बुधवार रात आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से सोने-चांदी के जेवर, मोबाइल फोन और ज़मीन से संबंधित दस्तावेज जब्त किए हैं। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि हसन आबिदी ने इसी तरह अन्य विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों से भी वसूली की है।
राजनीतिक संबंधों पर उठे सवाल
हसन आबिदी के सोशल मीडिया अकाउंट पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के साथ तस्वीरें मौजूद हैं, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व प्रदेश प्रभारी पीएन पुनिया जैसे नाम शामिल हैं। इसी आधार पर वह खुद को कांग्रेस का प्रभावशाली नेता बताकर लोगों को डरा रहा था।