ब्रह्माकुमारीज़ भाटापारा द्वारा बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का शुभारंभ
04 से 11 मई तक चलने वाले इस शिविर में बच्चों को मिल रही है शारीरिक, बौद्धिक एवं नैतिक शिक्षा

भाटापारा, 04 मई 2025: ब्रह्माकुमारीज़ भाटापारा के सौजन्य से आज बालकों के सर्वांगीण विकास हेतु बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का शुभारंभ हुआ। यह शिविर दिनांक 04 मई से 11 मई 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। प्रथम दिवस के उद्घाटन कार्यक्रम में बच्चों के लिए अनेक रोचक एवं उपयोगी गतिविधियों का आयोजन किया गया।
खुशनुमा शुरुआत और ऊर्जावान गतिविधियाँ
शिविर की शुरुआत बच्चों के स्वागत के साथ हुई, जिसके पश्चात उन्हें विशेष व्यायाम एवं म्यूजिकल डांस जैसे शारीरिक गतिविधियों में सम्मिलित कराया गया। इन गतिविधियों ने बच्चों को उत्साह और ऊर्जा से भर दिया। परिचय सत्र में बच्चों ने अपने विचार साझा किए, जिससे उनमें आत्मविश्वास का संचार हुआ।
कक्षा 5वीं से 10वीं तक के विद्यार्थियों के लिए विशेष शिविर
इस शिविर में कक्षा 5वीं से 10वीं तक के विद्यार्थी भाग ले सकते हैं। हालाँकि अन्य आयु वर्ग के बच्चे भी शिविर की कक्षाओं में सम्मिलित होकर लाभ ले सकते हैं। आयोजनकर्ताओं द्वारा बच्चों को शिविर की कार्यप्रणाली, नियम और आगामी गतिविधियों की जानकारी दी गई।
‘5H सिद्धांत’ से जीवन निर्माण की ओर
शिविर में बच्चों को जीवन को सफल बनाने के लिए ‘5H’ — Happiness (सुख), Healthy (स्वास्थ्य), Honesty (ईमानदारी), Hard Work (परिश्रम), और High Thinking (उच्च विचार) — जैसे पाँच गुणों को अपनाने की प्रेरणा दी गई। बताया गया कि ये गुण बच्चों को एक संतुलित, सुखद और सफल जीवन की ओर ले जाते हैं।
भावनात्मक एवं आत्मिक विकास की भी परवाह
यह शिविर बच्चों को केवल शारीरिक और बौद्धिक रूप से ही नहीं, बल्कि भावनात्मक और आत्मिक रूप से भी सशक्त बनाने का कार्य कर रहा है। शिविर के माध्यम से बच्चों में आत्मबल, आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच विकसित की जा रही है, जिससे वे अपने जीवन में सही दिशा पहचान कर प्रगति कर सकें।
आगामी कार्यक्रमों की झलक
शिविर के आने वाले दिनों में ध्यान साधना, नैतिक शिक्षा, संवाद कला, नेतृत्व विकास, समूह चर्चा, प्रेरक कहानियाँ एवं रचनात्मक प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी। समापन दिवस (11 मई) पर विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी रखी जाएँगी।
समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में कदम
ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा आयोजित यह शिविर निस्संदेह बच्चों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जहाँ वे खेल-खेल में जीवन जीने की कला सीख रहे हैं। ऐसे शिविर समाज में नैतिक मूल्यों एवं व्यक्तित्व विकास की नींव रखने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं।