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रायपुर. आदिवासी आरक्षण को लेकर भाजपाइयों ने प्रदेशभर में हल्ला बोला. रायपुर के लालपुर फ्लाईओवर पर भाजपा ने चक्काजाम कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आदिवासियों के हित में सड़क पर टायर जलाकर विरोध जताया. प्रदर्शन में आदिवासी नेता पूर्व सांसद नंदकुमार साय समेत तमाम नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए.
आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने कहा, हमारा आरक्षण नील हो गया है. राज्य सरकार की लापरवाही से जानबूझकर शक्तियों को कोर्ट में प्रस्तुत नहीं किया गया है. इसके बाद बहाना किया जा रहा है कि कमेटी ने गलत किया. कमेटी ने क्या पेश किया, इसकी जिम्मेदारी और मूल्यांकन करना सरकार का काम था. इसका परिणाम यह हुआ कि पूरा आरक्षण समाप्त हो गया है इसलिए भाजपा के जनजातीय मोर्चे और समाज को सड़क पर उतरने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है.
साय ने कहा, जब तक आदिवासियों के हित में निर्णय नहीं आ जाता यह लड़ाई निरंतर जारी रहेगी. विशेष सत्र को लेकर नंदकुमार साय ने कहा, सरकार विशेष सत्र तो जरूर बुलाई है, लेकिन अब तक आदिवासियों के हित में कोई निर्णय नहीं आया है और जब तक हित पर निर्णय नहीं आ जाता तब तक लड़ाई जारी रखी जाएगी.
अध्यादेश क्यों नहीं लाती सरकार : चंदेल
आरक्षण पर विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र को लेकर भूपेश सरकार ने स्पीकर को पत्र भेजा है. इस पर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा, सरकार अध्यादेश क्यों नहीं लाती? अक्टूबर में हाईकोर्ट ने आरक्षण पर फैसला सुनाया है. अब तक अध्यादेश लागू कर देना चाहिए था. सरकार आदिवासियों की भावना से खिलवाड़ कर रही. आरक्षण को लेकर सरकार रोज नई बात कह रही है. आरक्षण को लेकर हमारा मत स्पष्ट है कि आदिवासी समाज को 32 फीसदी आरक्षण बरकरार रखा जाए. विधानसभा का शीतकालीन सत्र दस बैठकों का बुलाया जाए. विधानसभा में चर्चा से सरकार आखिर क्यों पलायन करना चाहती है.