अयोध्या से पधारीं दीदी देवी चंद्रकला की रामकथा से भाव-विभोर हुआ बलौदाबाजार, ‘भरत चरित्र’ सुन उमड़ा श्रद्धा का जन-सैलाब

बलौदाबाजार। धर्मधानी बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में आयोजित श्रीराम कथा इन दिनों आस्था, भक्ति और भावनाओं का विराट संगम बन गई है। स्वर्गीय सोनचंद वर्मा स्मृति फाउंडेशन के तत्वावधान में चल रही इस भव्य कथा में अयोध्या धाम से पधारीं परम पूज्या दीदी देवी चंद्रकला जी की ओजस्वी वाणी ने हजारों श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया है। रामकथा की अमृत वर्षा से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा है।
प्रशासनिक व राजनीतिक दिग्गजों ने लिया आशीर्वाद
कथा के दौरान श्रद्धालुओं के विशाल जन-सैलाब के साथ शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति भी देखने को मिली। छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व मंत्री माननीय टंकराम वर्मा जी ने व्यासपीठ का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर कलेक्टर दीपक सोनी (IAS), जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिव्या अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह भी उपस्थित रहे और प्रभु श्रीराम की कथा का श्रवण कर पुण्यलाभ अर्जित किया।

माता जानकी के भव्य मंदिर हेतु भूमि दान का महासंकल्प
कथा के माध्यम से ‘ सिया जू वात्सल्य सेवा संस्थान’ द्वारा अयोध्या धाम में माता जानकी के बाल स्वरूप का भव्य मंदिर निर्माण करने का महासंकल्प लिया गया। दीदी देवी चंद्रकला जी ने बताया कि इस पावन कार्य के लिए ₹501 प्रति स्क्वायर फीट की दर से भूमि दान की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालु न्यूनतम राशि के साथ भूमि दान कर इस ऐतिहासिक और पुण्य कार्य में सहभागी बन सकते हैं।

भरत चरित्र ने बांधा समां
कथा के छठवें दिन ‘भरत चरित्र’ का अत्यंत मार्मिक और भावनात्मक वर्णन करते हुए दीदी जी ने भरत के त्याग, समर्पण और भ्रातृ-प्रेम को जीवन का आदर्श बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार प्रभु श्रीराम आज अयोध्या में भव्य मंदिर में विराजमान हैं, उसी प्रकार माता सीता के बाल स्वरूप का भी दिव्य धाम निर्मित होना चाहिए।
सुव्यवस्थित आयोजन की सराहना
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक पुष्पराज वर्मा के कुशल प्रबंधन की श्रद्धालुओं ने मुक्तकंठ से सराहना की। अनुशासन, भक्ति और श्रद्धा के साथ कथा का श्रवण करते हुए भक्तजन राममय वातावरण में डूबे नजर आए।



