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BBN24/17 अगस्त 2024: रायपुर में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने लोरमी के विकासखण्ड और तहसील स्तरीय अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय विकास कार्यों और शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की व्यापक समीक्षा की। इस बैठक का उद्देश्य लोरमी के नागरिकों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाना और क्षेत्र को राज्य में एक विकास मॉडल के रूप में स्थापित करना था। साव ने अधिकारियों को आश्वस्त किया कि वे इस यात्रा में अकेले नहीं हैं, बल्कि वह खुद भी इस टीम का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि मिल-जुलकर प्रयास करने से लोरमी क्षेत्र को तेजी से विकसित किया जा सकता है और जनता की अपेक्षाओं को पूरा किया जा सकता है।
बैठक के दौरान उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लोरमी की जमीनी समस्याओं को हल करने और क्षेत्रवासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोरमी के लोगों के लिए नई और ठोस कार्ययोजनाओं का निर्माण किया जाए, जिन्हें पूरी गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने लोक सेवकों को सलाह दी कि वे नागरिकों के साथ सौहार्दपूर्ण और सहयोगी व्यवहार बनाए रखें और उनकी समस्याओं का तुरंत समाधान करें।
साव ने अधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने उत्कृष्ट कार्यों से अपनी और अपने विभाग की प्रतिष्ठा बढ़ाएं। उन्होंने लोरमी में हो रहे विकास कार्यों को प्रदेश के अन्य विकासखण्ड और तहसील के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण बनाने की बात कही, जिससे पूरे राज्य में लोरमी की तर्ज पर विकास का मार्ग प्रशस्त हो सके। उप मुख्यमंत्री ने इस बैठक के माध्यम से एक मजबूत संदेश दिया कि लोरमी को विकास का अग्रणी क्षेत्र बनाना उनकी प्राथमिकता है, और इसके लिए सभी संबंधित पक्षों को मिलकर काम करना होगा।
बैठक के दौरान श्री साव ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्देशित किया कि लोरमी शहर में नगरपालिका के अनुरूप आवश्यक सुविधाओं का विकास किया जाए, जिससे नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिल सकें। बिजली विभाग के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिया कि वे सिंचाई और घरेलू उपयोग के लिए पर्याप्त बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करें, ताकि किसानों और आम जनता को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
साव ने जिला खाद्य अधिकारी को विशेष रूप से अचानकमार क्षेत्र में बारिश के मौसम के दौरान पर्याप्त मात्रा में राशन का भंडारण करने के निर्देश दिए, जिससे खाद्य आपूर्ति में कोई बाधा न आए। उन्होंने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत दुकानों की संख्या बढ़ाने और उनकी कार्यप्रणाली की नियमित जांच करने का भी आदेश दिया।
श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए श्री साव ने कहा कि विभागीय योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए शिविरों का आयोजन किया जाए, जिसमें संगठित और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का पंजीकरण हो और उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाए। इन शिविरों में अन्य विभागों की योजनाओं की जानकारी भी दी जानी चाहिए, ताकि श्रमिकों को अधिकतम लाभ मिल सके। इसके अलावा, उन्होंने जनपद पंचायत कार्यालय में हेल्प-डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए, ताकि नागरिकों को उनकी आवश्यक जानकारियां आसानी से उपलब्ध हो सकें।
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुंगेली जिला पंचायत के सीईओ प्रभाकर पाण्डेय, एसडीएम जी.एल. यादव, तहसीलदार शेखर पटेल, एसडीओपी सुश्री माधुरी धिरही, जनपद पंचायत के सीईओ चंद्रकुमार धृतलहरे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी लालजी चन्द्राकर, बीएमओ डॉ. जी.एस. दाऊ और बीईओ डी.एस. राजपूत सहित अन्य सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में श्री साव के नेतृत्व में लिए गए निर्णयों का उद्देश्य लोरमी क्षेत्र के समग्र विकास को गति देना और वहां के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाना है।