सुकमा में नक्सली हमला: IED विस्फोट में ASP आकाश राव गिरपुंजे शहीद, दो अधिकारी घायल; मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने दी श्रद्धांजलि

सुकमा | छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक बार फिर नक्सल हिंसा ने सुरक्षाबलों को झकझोर दिया है। कोन्टा डिवीजन के डोंड्रा क्षेत्र में सोमवार सुबह नक्सलियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर IED विस्फोट में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरपुंजे शहीद हो गए। इस हमले में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (SDOP) भानुप्रताप चंद्राकर और थाना प्रभारी (TI) सोनल गवला घायल हुए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर किया गया है।
नक्सलियों की कायराना साजिश से हिला सुकमा जिला
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोन्टा-एर्राबोरा मार्ग पर सोमवार सुबह हुए एक बड़े नक्सली हमले ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। डोंड्रा के पास सुरक्षाबलों के एक दल पर बिछाए गए प्रेशर आईईडी (IED) विस्फोट में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरपुंजे शहीद हो गए। इस हमले में अन्य दो वरिष्ठ अधिकारी भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
घटना के समय अधिकारी कर रहे थे घटनास्थल का निरीक्षण
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि नक्सलियों ने पहले ही इलाके में ठेकेदार की पोकलेन मशीन को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद ASP आकाश राव गिरपुंजे, उप पुलिस अधीक्षक (SDOP) भानुप्रताप चंद्राकर, निरीक्षक (TI) सोनल गवला और अन्य जवान गश्त पर थे ताकि वे इस घटना का जायजा ले सकें और नक्सलियों की हरकतों को रोक सकें।
इस दौरान, पैदल गश्त के दौरान नक्सलियों ने बिछाए गए प्रेशर आईईडी को विस्फोटित कर दिया, जिससे ASP गिरपुंजे मौके पर ही शहीद हो गए और अन्य अधिकारी घायल हो गए।
घायलों का इलाज जारी, एयरलिफ्ट कर रायपुर भेजा गया
घायलों को तुरंत सुकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार दिया गया। ASP गिरपुंजे गंभीर रूप से घायल थे, जिनकी मौके पर मृत्यु हो गई। SDOP भानुप्रताप चंद्राकर और TI सोनल गवला को बेहतर इलाज के लिए रायपुर के उच्च चिकित्सा केंद्र में एयरलिफ्ट किया गया है। उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
ASP आकाश राव गिरपुंजे: बहादुरी और समर्पण की मिसाल
42 वर्षीय आकाश राव गिरपुंजे, रायपुर के निवासी थे और 2013 बैच के सीधी भर्ती डीएसपी थे। उन्होंने वर्ष 2024 से कोन्टा डिवीजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दीं। वे छत्तीसगढ़ पुलिस के बहादुर अफसरों में से एक थे, जिन्होंने मानपुर, मोहला और सुकमा जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में साहस के साथ कार्य किया। उन्हें बहादुरी के लिए गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया था।
शोक की लहर और अंतिम संस्कार की तैयारियां
शहीद ASP गिरपुंजे के पार्थिव शरीर को रायपुर लाया गया है। उनके निवास पर भारी संख्या में परिजन, सहकर्मी और आमजन पहुंचे हैं। पूरे पुलिस परिवार में शोक की लहर है। उनकी अंतिम विदाई राजकीय सम्मान के साथ रायपुर में की जाएगी।
राज्य नेतृत्व की प्रतिक्रिया: मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने जताया दुःख
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शहीद के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आकाश राव गिरपुंजे का बलिदान नक्सलवाद के खिलाफ छत्तीसगढ़ सरकार की लड़ाई को और मजबूती देगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि नक्सलियों को उनकी कायरतापूर्ण हरकतों का परिणाम भुगतना होगा और उनका खात्मा निकट है।
गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा: “एडिशनल एसपी आकाश राव गिरपुंजे एक बहादुर और समर्पित अफसर थे। उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। नक्सलियों की यह कायराना हरकत उनकी हताशा दर्शाती है। ऑपरेशन जारी रहेगा और सख्ती से नक्सलियों का मुकाबला किया जाएगा।”
पुलिस मुख्यालय और सुरक्षा बलों का सख्त रुख
पुलिस मुख्यालय ने बताया कि इस घटना के बाद पूरे कोन्टा डिवीजन में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सुरक्षा बल सघन तलाशी अभियान चला रहे हैं। बम निरोधक दस्ते, विशेष पुलिस बल और हेलिकॉप्टर निगरानी कर रहे हैं। नक्सल विरोधी ऑपरेशन को और तेज कर दिया गया है।
विशेषज्ञों की राय: नक्सलियों की हताशा का परिचायक हमला
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह हमला माओवादी नक्सलियों की बढ़ती विफलताओं और कमजोर होती पकड़ का संकेत है। लगातार सुरक्षा बलों को मिली सफलताओं से बौखलाए नक्सली उच्च पदस्थ अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं। यह कदम उनकी हताशा और असफलता की परिणति है।
आकाश राव गिरपुंजे की शहादत: नक्सलवाद के अंत की दिशा में निर्णायक कदम
ASP आकाश राव गिरपुंजे की शहादत छत्तीसगढ़ की आंतरिक सुरक्षा के इतिहास में एक निर्णायक मोड़ मानी जाएगी। उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए देशभक्ति, साहस और कर्तव्य की मिसाल बना रहेगा।