छत्तीसगढ़ में पुलिस भर्ती के बाद अब फॉरेस्ट भर्ती में गड़बड़ी, 2773 अभ्यर्थियों को देना होगा दोबारा टेस्ट


रायपुर। राजनांदगांव जिले में पुलिस भर्ती में गड़बड़ी के आरोपों के बाद अब वन विभाग की भर्ती प्रक्रिया में भी हैदराबाद की टाइम एंड टेक्नोलॉजी कंपनी की लापरवाही उजागर हुई है। इस लापरवाही का खामियाजा 2773 अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ रहा है, जिन्हें अब लंबीकूद (Long Jump) टेस्ट दोबारा देना होगा।
पहले भी कर चुकी है गड़बड़ी, फिर भी मिली नई जिम्मेदारी
पुलिस भर्ती में बड़े पैमाने पर अनियमितता करने वाली इस कंपनी को राज्य शासन ने बिना किसी कार्रवाई के वन विभाग की भर्ती का जिम्मा भी सौंप दिया था। अब वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में भी इस कंपनी की घोर लापरवाही सामने आई है। जानकारी के अनुसार, राजनांदगांव के 48 और खैरागढ़ डिवीजन के 59 पदों के लिए भर्ती की प्रक्रिया चल रही थी।
संसाधनों की भारी कमी, मैनुअल टेस्ट कराना पड़ा
सूत्रों के अनुसार, कंपनी ने भर्ती प्रक्रिया के लिए मात्र चार मशीनें ही उपलब्ध कराई थीं, जबकि प्रतिदिन एक हजार से अधिक अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट देना था। संसाधनों की कमी के चलते प्रक्रिया के पहले चार दिन मैनुअल तरीके से लंबीकूद कराया गया, जिससे पूरे टेस्ट की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे। वन विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पहले चार दिनों के सभी अभ्यर्थियों की लंबीकूद प्रक्रिया को दोबारा आयोजित करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
अभ्यर्थियों में आक्रोश, लेकिन कंपनी पर कार्रवाई नहीं
2773 अभ्यर्थियों को दोबारा टेस्ट देने की स्थिति से आक्रोशित युवाओं में असंतोष का माहौल है। हालांकि अब तक वन विभाग या शासन स्तर पर कंपनी के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।