एनएच-44 पर यातायात ठप, हाईवे बहाली को लेकर प्रशासन सतर्क

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इसका सीधा असर जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) पर पड़ा है, जिसे इस समय हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) के लिए बंद कर दिया गया है। हाईवे को खोलने का निर्णय अब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की मंजूरी के बाद ही लिया जाएगा। इस बंदी से यात्रियों और परिवहन व्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है।
स्थानीय यातायात के लिए चौथा तवी ब्रिज खोला गया
प्रशासन ने असुविधा कम करने के लिए चौथे तवी ब्रिज को एकतरफा मार्ग के रूप में खोला है। यह मार्ग मेजर सोमनाथ चौक से कैनाल हेड तक वन-वे ट्रैफिक के लिए चालू किया गया है। हालांकि, मंडा से टीसीपी नागरोता तक का हिस्सा अब भी बंद है, जिससे हाईवे पर यातायात पूरी तरह बहाल नहीं हो सका है।
यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे यात्रा शुरू करने से पहले मार्ग की स्थिति की जानकारी जरूर ले लें। इसके लिए रियल-टाइम सूचना हेतु संपर्क नंबर जारी किए गए हैं। टीसीयू जम्मू का नंबर 0191-2459048, व्हाट्सएप नंबर 9419147732 और टोल-फ्री नंबर 103 उपलब्ध कराए गए हैं।
गृह मंत्री अमित शाह का दौरा और आश्वासन
बाढ़ की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू का दौरा किया। उन्होंने तवी पुल और बिक्रम चौक का निरीक्षण किया, जहां बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। बिक्रम चौक क्षेत्र में दुकानों और गोदामों को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचा है। शाह ने समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर जलापूर्ति और स्वास्थ्य विभागों को बाढ़ के बाद की जरूरतों को पूरा करने के निर्देश दिए।
गृह मंत्री ने आश्वासन दिया कि मोदी सरकार पीड़ितों को त्वरित राहत, वित्तीय और तकनीकी सहायता देती रहेगी।