यूरिया खाद की कालाबाजारी पर कार्रवाई, कृषि विभाग ने गोदाम सील किया

कांकेर | कृषि विभाग ने यूरिया खाद की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी पर कड़ी कार्रवाई करते हुए कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विकासखंड के भानबेड़ा क्षेत्र स्थित मेसर्स पटेल कृषि केंद्र के खाद गोदाम को सील कर दिया।
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार संचालक द्वारा किसानों को महंगे दाम पर, वह भी बिना पॉस मशीन के, तीन से चार गुना कीमत पर यूरिया खाद बेचे जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी। जांच में किसानों ने खुलासा किया कि एक बोरी यूरिया खाद उन्हें 1,000 रुपये में बेची जा रही थी।
शिकायत के बाद खाद एवं उर्वरक निरीक्षक अमिनेश गावड़े, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी कुलदीप साहू, किरण भंडारी और प्रवीण कवाची की टीम ने आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान संचालक पंकज पटेल मौके पर नहीं मिला और उसका मोबाइल फोन भी बंद था। टीम ने ग्राम पंचायत सरपंच ममता ठाकुर, उप सरपंच खेमलाल साहू, ग्राम पटेल दुर्योधन नरेटी और नाराज किसानों की उपस्थिति में गोदाम को आगामी आदेश तक सील कर दिया।
कांकेर जिले में कृषि आदान विक्रय की कालाबाजारी रोकने के लिए जिला प्रशासन ने उप संचालक कृषि जितेंद्र सिंह कोमरा के नेतृत्व में जांच टीम गठित की है। टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। कृषि अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि उर्वरकों की कीमत सरकार द्वारा तय की गई है और उसका पालन सभी विक्रेताओं के लिए अनिवार्य है। कालाबाजारी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिकारियों ने कहा कि अधिक दर पर खाद बेचने वाले दुकानदार किसानों के अधिकारों का हनन करते हैं, जिससे उनकी खेती और आय प्रभावित होती है। सरकार किसानों को उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही किसानों से अपील की गई है कि यदि कहीं भी उर्वरक की अधिक दर पर बिक्री हो रही हो तो कृषि विभाग को सूचित करें ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।