
भाटापारा। छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रश्नकाल में भाटापारा विधायक इंद्र साव ने जिला बलौदाबाजार-भाटापारा में चल रहे संलंग्नीकरण (प्रतिनियुक्ति) का मुद्दा जोरशोर से उठाया। उन्होंने मुख्यमंत्री से सीधे सवाल करते हुए पूछा कि जिले में किन-किन विभागों के कौन-कौन से कर्मचारी एवं अधिकारी संलंग्नीकरण/प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं और उन्हें कब से नियुक्त किया गया है।
विधायक इंद्र साव ने यह भी जानना चाहा कि इन नियुक्तियों के पीछे क्या कारण रहे हैं और संबंधित कर्मचारी-अधिकारियों को उनके मूल विभाग में कब तक वापस भेजा जाएगा। उन्होंने विशेष रूप से शिक्षा विभाग का जिक्र करते हुए पूछा कि संलंग्नीकरण निरस्त करने के आदेश जारी होने के बावजूद अब तक कई कर्मचारी-अधिकारी अपने मूल विभाग में वापस क्यों नहीं लौटे हैं।
विधायक ने सवाल के माध्यम से यह भी स्पष्ट करने की मांग की कि आदेश के बाद भी वापसी नहीं होने के पीछे प्रशासनिक लापरवाही है या किसी अन्य कारण से नियमों की अनदेखी की जा रही है।अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि विधानसभा में प्रश्न उठाए जाने के बाद क्या जिला प्रशासन और संबंधित विभागों के बीच पत्राचार शुरू होता है और क्या संलंग्नीकरण पर पदस्थ कर्मचारियों एवं अधिकारियों को वास्तव में उनके मूल विभाग में वापस भेजने की प्रक्रिया तेज होती है या नहीं। इस मुद्दे पर सरकार के जवाब और आगे की कार्रवाई पर जिलेभर की नजरें टिकी हुई हैं।



