17 साल की युवती ने छुआ इतिहास, स्क्वॉश में भारत ने वर्ल्ड कप में बनाई उपलब्धि

चेन्नई। भारतीय स्क्वॉश टीम ने इतिहास रचते हुए स्क्वॉश वर्ल्ड कप 2025 का खिताब पहली बार अपने नाम कर लिया है। यह ऐतिहासिक जीत चेन्नई के एक्सप्रेस एवेन्यू मॉल में फाइनल मुकाबले में हॉन्ग कॉन्ग को हराकर हासिल की गई। भारत ने पूरे फाइनल में विपक्षी टीम को कोई मौका नहीं दिया और लगातार मजबूत प्रदर्शन से खिताब अपने घर पर सुरक्षित किया।
जोशना चिनप्पा और अभय सिंह ने बनाई बढ़त
फाइनल की शुरुआत महिला सिंगल्स में भारत की अनुभवी खिलाड़ी जोशना चिनप्पा ने की। उन्होंने वर्ल्ड नंबर 37 ली का यी को 3-1 से हराकर भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। इसके तुरंत बाद पुरुष सिंगल्स में शीर्ष रैंक खिलाड़ी अभय सिंह ने एलेक्स लाउ को सीधे सेटों में 3-0 से हराकर टीम की बढ़त 2-0 कर दी।
17 साल की अनाहत सिंह ने जीता गोल्ड
अंतिम और निर्णायक मुहर लगाने का काम किया 17 साल की युवा खिलाड़ी अनाहत सिंह ने। उन्होंने वर्ल्ड नंबर 31 टोमाटो हो को 3-0 से मात दी और भारत को स्क्वॉश वर्ल्ड कप 2025 का स्वर्ण पदक दिलाया। उनकी शानदार खेल शैली और संयम ने भारत की ऐतिहासिक जीत को सुनिश्चित किया।
पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम का दबदबा
इस बार भारत की टीम ने ग्रुप चरण में स्विट्जरलैंड और ब्राजील को 4-0 से हराया, नॉकआउट मुकाबलों में दक्षिण अफ्रीका और सेमीफाइनल में दो बार की चैंपियन मिस्र को 3-0 से मात दी। यह जीत भारत को ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और मिस्र के बाद स्क्वॉश वर्ल्ड कप जीतने वाला चौथा देश बना देती है।
वैश्विक मंच पर बड़ी उपलब्धि
लॉस एंजेलिस 2028 ओलंपिक में स्क्वॉश को शामिल किए जाने से पहले भारत के लिए यह जीत बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। भारतीय खिलाड़ियों की मेहनत और टीम भावना ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत अब स्क्वॉश की दुनिया में भी अपना लोहा मनवाने के लिए तैयार है।



