लंबी चोट के बाद पंत की वापसी: बोले— किस्मत ने दिया साथ, हौसला नहीं टूटा

नई दिल्ली : करीब चार महीने तक मैदान से दूर रहने के बाद ऋषभ पंत एक बार फिर नीली जर्सी में नजर आने को तैयार हैं। कोलकाता में शुक्रवार से शुरू हो रहे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में उनकी आधिकारिक वापसी होगी। इंग्लैंड के खिलाफ जुलाई में मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान हुए पैर के फ्रैक्चर ने उन्हें लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रखा था। हालांकि बेंगलुरु में दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के खिलाफ भारत ‘ए’ की ओर से अनौपचारिक टेस्ट खेलकर उन्होंने दोबारा रफ्तार पकड़ ली।
बीसीसीआई द्वारा जारी एक वीडियो में पंत ने कहा कि चोट के बाद वापसी का रास्ता आसान नहीं रहा, लेकिन हर कदम पर उन्होंने ईश्वरीय शक्ति और परिवार के समर्थन को महसूस किया। उन्होंने कहा, “मैदान पर लौटने पर मैं सबसे पहले ऊपर वाले को धन्यवाद देता हूं। मेरी वापसी उनके आशीर्वाद और अपने माता-पिता व परिवार की हिम्मत बढ़ाने की वजह से संभव हुई है।”
अपनी रिकवरी के दिनों को याद करते हुए पंत ने बताया कि उन्होंने बाहरी चर्चाओं से दूरी बनाकर सिर्फ अपनी मानसिक मजबूती पर ध्यान दिया। उनके मुताबिक, “मैं हमेशा उन्हीं चीजों पर फोकस करता हूं, जो मेरे हाथ में होती हैं। किस्मत को आप नियंत्रित नहीं कर सकते, इसलिए मैं उसके बारे में सोचकर खुद को उलझाना नहीं चाहता। जो काम दिल को सुकून दें, वही करते रहना चाहिए—खासकर तब, जब आप चोट से जूझ रहे हों।”
28 वर्षीय पंत का मानना है कि खेल का असली आनंद तभी आता है जब खिलाड़ी मैदान पर हर पल को जीते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ देता है। उन्होंने कहा, “जो भी करें, पूरी निष्ठा के साथ करें। खुशी वहीं मिलेगी, जहां आप अपना सौ प्रतिशत देने की कोशिश करते हैं।”



