छत्तीसगढ़ में ठंड का प्रकोप! नवंबर में टूटा 35 साल पुराना रिकॉर्ड

छत्तीसगढ़ | छत्तीसगढ़ में मौसम ने अचानक करवट ली है। उत्तर भारत और हिमालयी इलाकों में हुई बर्फबारी का असर अब प्रदेश में भी दिखने लगा है। राजधानी रायपुर से लेकर सरगुजा संभाग तक तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई है। दिन में हल्की धूप जरूर निकल रही है, लेकिन ठंडी हवाओं ने मौसम को सर्द बना दिया है।
रायपुर समेत कई जिलों में गिरी तापमान की रफ्तार
मौसम विभाग के अनुसार, रायपुर का न्यूनतम तापमान 14.02°C तक नीचे आ गया है, जबकि अंबिकापुर में यह 7.2°C दर्ज किया गया। यह इस मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान है। सुबह के समय खेतों और सड़कों पर ओस की परतें दिखने लगी हैं, जिससे ठंड का असर और बढ़ गया है।
35 साल बाद नवंबर में इतनी ठंड
सरगुजा संभाग में इस बार नवंबर की ठंड ने पिछले 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक, साल 1989 के बाद पहली बार इस महीने के शुरुआती दिनों में तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक नीचे गया है। उस समय भी तापमान 7.2 से 7.4 डिग्री के बीच दर्ज किया गया था। तब से अब तक नवंबर में इतनी कड़ाके की ठंड दोबारा नहीं देखी गई थी।
अगले चार दिन और बढ़ेगी सर्दी
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले 3 से 4 दिनों तक शीतलहर जैसी स्थिति बनी रहेगी। राजस्थान और उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवाएं छत्तीसगढ़ के उत्तरी और मध्य हिस्सों में तापमान को और नीचे ला सकती हैं। फिलहाल राहत के कोई आसार नहीं हैं, केवल मामूली उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
जानिए किसे होगी सबसे ज्यादा ठंड
अगले कुछ दिनों में अंबिकापुर, कोरिया, जशपुर और बलरामपुर में पारा सबसे नीचे जाने की संभावना है। वहीं राजनांदगांव, दुर्ग और रायपुर में भी सुबह और देर रात कंपकंपी का असर रहेगा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यही रफ्तार रही तो इस साल सर्दी सामान्य से अधिक लंबी चल सकती है।



