लाल आतंक’ की साजिशों पर रोक, 1 करोड़ की इनामी महिला नक्सली ने हथियार किए समर्पित

बस्तर | छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे निर्णायक अभियान को शनिवार को एक और बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षा बलों के लगातार दबाव और ताबड़तोड़ एनकाउंटर से घबराकर एक करोड़ की इनामी और सेंट्रल कमेटी (CC) की सदस्य, कुख्यात महिला नक्सली सुजाता ने तेलंगाना में आत्मसमर्पण कर दिया।
सुजाता माओवादी संगठन के शीर्ष नेताओं में शामिल थीं और वह पश्चिम बंगाल में मारे गए खूंखार नक्सली कमांडर किशनजी की पत्नी भी हैं। सुरक्षा बलों का कहना है कि उनके सरेंडर से ‘लाल आतंक’ को बड़ा झटका लगा है और नक्सली कैडर का मनोबल गिरना तय है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दक्षिण बस्तर में कई वर्षों तक सक्रिय रही सुजाता ने लगातार सुरक्षा अभियान और शीर्ष कमांडरों के मारे जाने के बाद संगठन छोड़ने का फैसला किया।
इससे पहले, गरियाबंद जिले में हुए एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने 10 नक्सलियों को ढेर किया था, जिनमें एक करोड़ का इनामी CC मेंबर मनोज उर्फ बालकृष्ण भी शामिल था। वहीं, बीजापुर जिले में हुई मुठभेड़ में दो और इनामी नक्सली हिड़मा पोड़ियाम और मुन्ना मड़कम को मार गिराया गया। मौके से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए।
छत्तीसगढ़ पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के इन अभियान से स्पष्ट है कि माओवादी संगठन पर दबाव लगातार बढ़ रहा है और नक्सलियों के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई जारी रहेगी।