सड़क पर मवेशी छोड़ना पड़ा महंगा, टैग स्कैन कर मालिकों पर FIR

बिलासपुर। हाई कोर्ट के सामने जब मवेशी आराम से हाईवे पर घूमते और बैठते नजर आए तो किसी बड़े हादसे की आशंका बन गई। प्रशासन भी चौकन्ना हो गया और नगर पालिका की टीम ने तुरंत एक्शन लिया। खास बात ये रही कि इन मवेशियों के कान पर जो टैग लगे थे, उन्हीं से उनके असली मालिकों की पहचान कर ली गई और पुलिस में शिकायत दर्ज हो गई।
टैग ने खोल दी पोल, मालिकों पर दर्ज हुआ केस
1 अगस्त की रात बोदरी नगर पालिका को सूचना मिली कि हाई कोर्ट के सामने कुछ मवेशी हाईवे पर घूम रहे हैं। मौके पर पहुंची टीम ने मवेशियों को पकड़ा और कान पर लगे टैग को स्कैन किया। पता चला कि ये मवेशी सकरी के बहोरन यादव और बिरकोनी के लक्ष्मी प्रसाद यादव के हैं। सीएमओ भारती साहू ने दोनों के खिलाफ थाने में शिकायत की। पुलिस ने मवेशियों को सड़क पर छोड़ने और हादसे की स्थिति पैदा करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है।
सड़क पर घूमते मवेशी बन रहे हादसों की वजह
नगर निगम की मानें तो आए दिन सड़क पर बैठे मवेशियों की वजह से ट्रैफिक रुकता है और दुर्घटनाएं होती हैं। बावजूद इसके, कई पशुपालक अपने पालतू जानवरों को यूं ही खुला छोड़ देते हैं। निगम की ओर से चल रहे विशेष अभियान के तहत अब ऐसे पशुपालकों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
राजेन्द्र नगर में भी कार्रवाई, मालिक ने दरवाजा तक नहीं खोला
2 अगस्त को जोन-3 की टीम राजेन्द्र नगर पहुंची, जहां दो गाय और एक बछड़ा बेसहारा घूमते मिले। पड़ताल में सामने आया कि ये मवेशी संतोष यादव के हैं। जब टीम संतोष के घर पहुंची और दरवाजा खटखटाया, तो उन्होंने बाहर आकर बात करने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद निगम ने पशु क्रूरता अधिनियम समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया।
कमिश्नर की अपील – मवेशियों को सड़क पर न छोड़ें
नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने पशुपालकों से अपील की है कि अपने मवेशियों को सड़क पर न छोड़ें, वरना भविष्य में और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी, क्योंकि ये न केवल लोगों की सुरक्षा से खिलवाड़ है बल्कि कानून का उल्लंघन भी।