सरकारी शिक्षक की नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी, एनजीओ के खिलाफ FIR दर्ज

रायपुर। राजधानी रायपुर में सरकारी शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का गंभीर मामला सामने आया है। री इंडिया स्किल वेलफेयर फाउंडेशन नामक एनजीओ पर आरोप है कि उसने दर्जनों शिक्षित युवाओं से शिक्षक पद पर नियुक्ति दिलाने का झांसा देकर 2.50 से 5 लाख रुपये तक की राशि वसूली और फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिए। इस पूरे मामले में एक पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फर्जी नियुक्ति पत्र और लाखों की ठगी
सिविल लाइन थाना क्षेत्र निवासी पीड़िता सुरभि सोनी ने शिकायत दर्ज कराई है कि जनवरी 2025 में एक स्थानीय अखबार में एनजीओ की ओर से शासकीय स्कूलों में शिक्षकों की आवश्यकता संबंधी विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। विज्ञापन में दावा किया गया कि संस्था राज्य के सरकारी स्कूलों में निःशुल्क शिक्षा प्रदान करती है और इसके तहत नियुक्त शिक्षकों को ₹22,000 मासिक वेतन दिया जाता है।
इस विज्ञापन के आधार पर सुरभि ने संस्था के संचालकों राजू रात्रे और अल्फीजा फातिमा से संपर्क किया। दोनों ने बताया कि संस्था में शिक्षक के रूप में नियुक्ति पाने के लिए प्रारंभिक रूप से ₹2.50 लाख की राशि जमा करनी होगी। विश्वास में आकर पीड़िता ने 15 मार्च 2025 को चेक के माध्यम से पूरी राशि जमा कर दी।
फर्जीवाड़ा उजागर होने पर शिकायत
एनजीओ द्वारा पीड़िता को दानी गर्ल्स स्कूल, रायपुर में नियुक्त किए जाने का फर्जी पत्र प्रदान किया गया। मगर महीनों तक जब स्कूल से कोई संपर्क नहीं हुआ और ना ही कार्यभार ग्रहण करवाया गया, तब सुरभि को संदेह हुआ। उन्होंने संस्था से लगातार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें टालमटोल किया जाता रहा। अंततः जब एनजीओ का कार्यालय बंद मिला और फोन बंद हो गए, तब जाकर उन्हें ठगी का एहसास हुआ।
पूरे प्रदेश में हो सकती है ठगी
जांच में सामने आया है कि यह एनजीओ सिर्फ रायपुर ही नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी युवाओं को शासकीय शिक्षक बनाने का झांसा देकर ठगी कर चुकी है। पीड़िता का आरोप है कि संस्था के संचालकों ने सैकड़ों युवाओं को निशाना बनाया है।
पुलिस ने दर्ज किया अपराध
सुरभि सोनी की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस ने री इंडिया स्किल वेलफेयर फाउंडेशन के डायरेक्टर राजू रात्रे और अल्फीजा फातिमा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि पूरे प्रकरण की गहराई से जांच की जा रही है और अन्य पीड़ितों की पहचान के प्रयास भी किए जा रहे हैं।