अंतरिक्ष से 286 दिन बाद लौटीं सुनीता विलियम्स, भारत की बेटी ने रचा नया इतिहास,परिवार और प्रशंसकों में खुशी की लहर

ह्यूस्टन/झुलासन। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके तीन साथी बुच विल्मोर, निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव बुधवार (19 मार्च) को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से 286 दिन बाद पृथ्वी पर लौट आए। उनके सुरक्षित आगमन पर भारत और अमेरिका में जश्न मनाया गया। सुनीता के पैतृक गांव झुलासन (गुजरात) में हवन, आरती और आतिशबाजी हुई, वहीं नासा के ह्यूस्टन स्थित जॉनसन स्पेस सेंटर पर वैज्ञानिकों और कर्मचारियों ने एक-दूसरे को बधाई दी।
सुबह 3:27 बजे समुद्र में सफल लैंडिंग, हाथ हिलाकर जताई खुशी
चारों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल 19 मार्च तड़के 3:27 बजे समुद्र में लैंड हुआ। जैसे ही रिकवरी क्रू ने कैप्सूल खोला, अंदर से निक हेग, अलेक्जेंडर गोरबुनोव, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर मुस्कुराते हुए बाहर आए। सुनीता ने हाथ हिलाकर खुशी जताई और अपने इस ऐतिहासिक मिशन के अनुभव साझा किए।
भारत सरकार और नासा ने दी बधाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा,
“भारत की बेटी सुनीता विलियम्स और उनके साथियों ने अंतरिक्ष में मानव सहनशक्ति और दृढ़ता का इतिहास लिखा है। उनकी सुरक्षित वापसी पर गर्व महसूस हो रहा है।”
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा,
“यह गौरव और गर्व का पल है। पूरा विश्व सुनीता विलियम्स की साहस और संकल्प से भरी इस ऐतिहासिक यात्रा का जश्न मना रहा है।”
झुलासन में उत्सव, परिवार ने जताई खुशी
गुजरात के मेहसाणा जिले के झुलासन गांव में सुनीता की वापसी पर मंदिरों में पूजा-पाठ और हवन हुआ। परिवारजनों और ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटी। उनके चचेरे भाई दिनेश रावल ने कहा,
“हम बहुत खुश हैं। कल तक हमारे दिलों में बेचैनी थी, लेकिन भगवान ने हमारी प्रार्थना सुनी। सुनीता कोई साधारण इंसान नहीं, वह दुनिया बदल देंगी।”
नासा ने स्पेसएक्स को दिया श्रेय
नासा ने इस मिशन की सफलता पर खुशी जताते हुए इलॉन मस्क की स्पेसएक्स टीम को धन्यवाद दिया। नासा के अधिकारियों ने कहा,
“यह मिशन कई चुनौतियों से भरा था, लेकिन इससे मिली सीख भविष्य की अंतरिक्ष यात्राओं को और सुरक्षित बनाएगी।”