अमित शाह: छत्तीसगढ़ सरकार ने माओवादी विरोधी अभियान में हर मोर्चे पर दर्ज की उल्लेखनीय सफलता

BBN24/25 अगस्त 2024 : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रायपुर में छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों में चल रहे माओवादी विरोधी अभियानों की गहन समीक्षा की। इस समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नक्सलवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि पिछले आठ महीनों में राज्य ने माओवादी आतंक को रोकने में जो सफलताएँ प्राप्त की हैं, वे अब तक के प्रयासों में सर्वश्रेष्ठ हैं। शाह ने इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की विशेष रूप से तारीफ करते हुए कहा कि माओवादियों के नियंत्रण में अब केवल सीमित क्षेत्र ही बचे हैं, और राज्य सरकार की प्रभावी कार्यवाहियों ने माओवादी आतंक को बुरी तरह से झटका दिया है। इन आठ महीनों में 150 माओवादी आतंकियों को न्यूट्रलाइज किया गया है और इससे चार गुना अधिक माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, जो कि अब तक देश में कहीं भी नहीं देखा गया है। शाह ने इस अभियान को और भी तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ की माओवाद विरोधी लड़ाई में हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र और राज्य की एजेंसियों को मिलकर नक्सलियों की वित्तीय धारा को तोड़ने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, और इसके लिए टैक्स एजेंसियों को भी विशेष रूप से सतर्क रहना होगा। शाह ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कम्युनिटी अवेयरनेस प्रोग्राम चलाने के भी निर्देश दिए, ताकि स्थानीय जनता को सरकारी योजनाओं और उनके लाभों के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त हो सके।
अमित शाह ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया कि केंद्र और राज्य सरकार की सभी 300 योजनाओं का शत-प्रतिशत कार्यान्वयन हो, खासकर उन क्षेत्रों में जहां माओवादी गतिविधियाँ समाप्त हो चुकी हैं, ताकि यह समस्या दोबारा उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि किसी भी सशस्त्र विद्रोह को समाप्त करने के लिए सरकार पर लोगों का विश्वास बनाए रखना आवश्यक है। इसके साथ ही शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए 30 करोड़ रुपये की धनराशि देने की घोषणा भी की।
बैठक के दौरान, छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था, माओवादी विरोधी अभियानों की प्रगति, और भविष्य की योजनाओं पर एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। इस पर चर्चा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने निर्देश दिए कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान की जाएं और आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के लिए समर्पण योजना की जानकारी का व्यापक प्रसार किया जाए, ताकि माओवादी आतंक के बचे-खुचे तत्व भी हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो सकें।