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BBN24/22 अगस्त 2024 : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक आदिवासी युवती के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में फरार आरोपी का शव ओडिशा में बरामद किया गया है, जिससे इस जघन्य अपराध की एक और कड़ी सामने आई है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इस मामले में कुल आठ आरोपी थे, जिनमें से सात को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन, 18 वर्षीय संजय यादव, जो इस मामले में अंतिम फरार आरोपी था, पुलिस से बचने के लिए ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में अपने मामा के घर छिपा हुआ था।
आखिरकार, संजय यादव की मौत जंगली जानवरों से फसल की सुरक्षा के लिए बिछाए गए करंट प्रवाहित बिजली के तार की चपेट में आने से हो गई। पुलिस अधीक्षक, नगर (सीएसपी) आकाश शुक्ला ने बताया कि इस दुर्घटना के बाद ओडिशा के रेंगाली पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने घटना की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही, बिजली के तार बिछाने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इससे पहले, सामूहिक बलात्कार के इस मामले में रायगढ़ पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इनमें 15 वर्षीय एक नाबालिग भी शामिल था, जिसे बाल संप्रेषण गृह भेजा गया है। अन्य आरोपियों, जिनमें राहुल चौहान 19, मोनू साहू 23, राहुल खड़िया 19, उत्तम मिर्धा 20, नरेन्द्र सिदार 23 और बबलु डहरिया 19 शामिल हैं, को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पुसौर थाना पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 70 (1), 140 (3) और 351 (3) के तहत सामूहिक बलात्कार के मामले में आठ आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। इस मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने विवेचना की प्रक्रिया को तेज कर दिया है, ताकि दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जा सके।
यह घटना राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उत्पन्न करती है और न्याय की मांग को और अधिक प्रबल बनाती है। पीड़िता और उसके परिवार के लिए यह समय बेहद कठिन है, और उन्हें न्याय दिलाने के लिए पुलिस और न्याय प्रणाली पर बड़ा दायित्व है।