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BBN24 /12 अगस्त 2024: किसी अमेरिकी शॉर्ट सेलर द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के कारण भारतीय बाजार में शुरुआती गिरावट देखी गई। शॉर्ट सेलर ऐसी कंपनियां होती हैं जो किसी कंपनी के शेयरों की कीमत में गिरावट का अनुमान लगाकर, उन शेयरों को उधार लेकर बेचती हैं। जब शेयर की कीमतें गिरती हैं तो वे उधार लिए गए शेयरों को कम कीमत पर वापस खरीदकर मुनाफा कमाते हैं। ऐसी रिपोर्टों से निवेशकों में अविश्वास पैदा हो सकता है और वे शेयर बेचने लगते हैं, जिससे बाजार में गिरावट आ सकती है।
हिंडनबर्ग के आरोपों के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव
सेबी प्रमुख पर हिंडनबर्ग के आरोपों ने भारतीय शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल मचा दी है। सोमवार को बाजार में शुरुआती कारोबार में बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिसका मुख्य कारण अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की ओर से लगाए गए गंभीर आरोप थे। हिंडनबर्ग ने सेबी प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि उन्होंने अडानी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों का उल्लंघन किया है।
हालांकि, शुरुआती गिरावट के बावजूद, निवेशकों ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को नकारते हुए शेयरों की खरीदारी शुरू कर दी। निवेशकों का मानना है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में कई तथ्यात्मक गलतियां हैं और यह एक सुनियोजित साजिश है। इस खरीदारी के चलते सेंसेक्स एक समय में 300 अंकों तक मजबूत हो गया।
लेकिन, अंतिम सत्र में बाजार में फिर से बिकवाली का दबाव बढ़ गया। कई निवेशक अभी भी सतर्क थे और उन्होंने अपने लाभ बुक करने का फैसला किया। इस कारण से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सपाट बंद हुए।
यह घटनाक्रम दर्शाता है कि हिंडनबर्ग के आरोपों ने भारतीय शेयर बाजार में एक बड़ी हलचल पैदा कर दी है। निवेशक इस समय काफी उलझन में हैं और उन्हें यह तय करने में मुश्किल हो रही है कि उन्हें क्या करना चाहिए।
निवेशकों के लिए सुझाव:
- शांत रहें और जल्दबाजी में कोई फैसला न लें।
- अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए विभिन्न स्रोतों का सहारा लें।
- किसी भी निवेश सलाहकार से सलाह लें।
- अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार निवेश करें।