रायपुर : संभागायुक्त का औचक निरीक्षण आज भी जारी

रायपुर : संभागायुक्त का औचक निरीक्षण आज भी जारी
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BBN24 /रायपुर,12 अगस्त 2024 : संभागायुक्त  महादेव कावरे ने आज रायपुर के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी कार्यालय और तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सुबह 10 बजे एसडीएम कार्यालय पहुंचकर उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों से राजस्व प्रकरणों की जानकारी ली और लंबित मामलों के त्वरित निपटारे के निर्देश दिए। श्री कावरे ने विवादित और अविवादित राजस्व प्रकरणों का जल्द समाधान करने पर जोर दिया ताकि लंबित मामलों की संख्या कम हो और जनता को राहत मिल सके।

संभागायुक्त ने कार्यालयों में आने वाले लोगों की समस्याओं को संवेदनशीलता से सुनने और त्वरित समाधान करने की बात कही, ताकि उन्हें बार-बार कार्यालय आने की आवश्यकता न पड़े। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जरूरत पड़ने पर ही पक्षकार को बुलाकर प्रकरणों पर त्वरित आदेश पारित करें। बटांकन और सीमांकन के मामलों का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करने के लिए अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया।

इसके अलावा, कावरे ने कार्यालय में टूटे-फूटे फर्नीचर की मरम्मत और कर्मचारियों के टेबलों पर पद और नाम प्रदर्शित करने वाली पट्टिकाओं की स्थापना के निर्देश भी दिए। उनका औचक निरीक्षण आज भी जारी रहा, जिसमें कार्यालय की व्यवस्थाओं में सुधार और लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान पर विशेष ध्यान दिया गया।

संभागायुक्त महादेव कावरे ने रायपुर तहसील कार्यालय का निरीक्षण करते हुए कानून गो, वित्त, नाजिर शाखा, डब्ल्यूबीएन, और रिकार्ड रूम सहित विभिन्न शाखाओं में संधारित पंजीयों और दस्तावेजों की बारीकी से जांच की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने तहसीलदार न्यायालय में लंबित प्रकरणों की समीक्षा की और कई प्रकरणों के ऑनलाइन पंजीयन नहीं पाए जाने पर तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया। श्कावरे ने निर्देश दिए कि नामांकन, सीमांकन, और अन्य प्रकरणों का निपटारा निर्धारित समय-सीमा के भीतर किया जाए।

संभागायुक्त ने विशेष रूप से आय, जाति, और निवास प्रमाण पत्रों को भी समय पर जारी करने पर जोर दिया। उन्होंने सीमांकन, अतिक्रमण, व्यवस्थापन, और नक्शा बाटांकन जैसे मामलों में आवश्यक निर्देश दिए, ताकि इन प्रक्रियाओं में तेजी लाई जा सके। इसके अलावा, श्कावरे ने डब्ल्यूबीएन (वर्क बुक नोट) में पंजीकरण कार्यों को उचित तरीके से संचालित करने, पंजीयों का संधारण करने, और तहसीलदार द्वारा समय-समय पर इसकी समीक्षा करने के निर्देश भी दिए।

कावरे का यह निरीक्षण तहसील कार्यालय में कामकाज की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, जिससे अधिकारियों-कर्मचारियों को अपने दायित्वों के प्रति सतर्क रहने और सभी प्रकरणों का निपटारा समयबद्ध तरीके से करने के लिए प्रेरित किया जा सके।