भजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन का डायरिया को लेकर भूपेश के ट्वीट पर तीखा पलटवार, कहा : झूठ, प्रपंच और फरेब की राजनीति ने बघेल को कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं छोड़ा है  

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रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कबीरधाम जिले में डायरिया के फैलाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा है कि बघेल हमेशा झूठ और फरेब की राजनीति करने में ही माहिर रहे हैं। लाशों पर राजनीति करना उनकी सियासी फितरत है। बघेल आज भी वही कर रहे हैं और जब सत्ता में थे, तब भी अपने पूरे कार्यकाल में यही करते रहे। श्री शर्मा ने नसीहत दी है कि प्रपंच फैलाने और पाखंड करने की अपनी आदत से बघेल को बाज आना चाहिए क्योंकि इसी झूठ, प्रपंच और फरेब की राजनीति ने बघेल को कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं छोड़ा है।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि आज डायरिया से हुई मौतों को लेकर बघेल जिस वाचालता का प्रदर्शन कर रहे हैं, वह लाशों पर राजनीति करने के कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र का परिचायक ही है। अपने शासनकाल में डायरिया से एक भी मौत नहीं होने का दावा करते बड़बोले बघेल को जरा ‘आईने’ में झाँक लेना चाहिए जब उनके ही शासनकाल में लगभग 40 हजार आदिवासी बच्चे इलाज के अभाव में दुनिया से विदा होने के लिए विवश हो गए थे। तब बघेल को आदिवासियों, किसानों, बच्चों की फिक्र क्यों नहीं सता रही थी? तब बघेल के कानों पर जूँ तक नहीं रेंगी थी! श्री शर्मा ने कहा कि 40 हजार बच्चों की मौत पर जब भी चर्चा हुई, बघेल इसे विपक्षी दुष्प्रचार बताते रहे, जबकि उन्हीं की सरकार के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने विधानसभा में इन मौतों का होना स्वीकार किया था। बघेल को आदिवासियों, किसानों और बच्चों के नाम पर राजनीतिक रोटियाँ सेंकने से बाज आना चाहिए।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि डायरिया का प्रकोप मौसमजनित समस्या है और प्रदेश की भाजपा सरकार इससे युद्धस्तर पर निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करके स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा रही है। प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ इस समस्या से पीड़ितों को राहत पहुँचाने के लिए प्रयासरत है और शीघ्र ही प्रदेश इस बीमारी के प्रकोप से मुक्त होगा। श्री शर्मा ने कहा कि जिन बघेल के राज में प्रदेश के हर वर्ग, समाज और समुदाय के लोग अन्याय, अत्याचार, अनीति और कुशासन का दंश झेल रहे थे, लोग सरकारी सुविधाओं के लिए मोहताज कर दिए गए थे, कोरोना काल तक में जिस सरकार की संवेदनाएँ वेंटीलेटर पर थीं, उस सरकार के मुखिया रहे भूपेश बघेल आज किस मुँह से झूठ बोल रहे हैं? फरेब की राजनीति करके राजनांदगाँव में अपनी करारी शिकस्त का ग़म ग़लत करते बघेल अब शर्मनाक राजनीतिक आचरण पेश करके प्रदेश का ध्यान कांग्रेस शासन के नाकारापन से हटाने की अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद नाकाम ही रहेंगे।
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