मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य में नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी योजना की शुरूआत की गई थी। इस योजना का उद्देश्य छत्तीसगढ़ी परंपरा को संजोते हुए ग्रामीण जनता को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इसी उद्देश्य को विस्तार देते हुए पूरे प्रदेश में हरेली तिहार के अवसर पर ‘‘गोधन न्याय योजना’’ प्रारम्भ की गया इस अवसर पर कोरिया जिले के नगर निगम चिरमिरी में विधायक विनय जायसवाल व महापौर कंचन जायसवाल ने सबसे पहले वृक्षारोपण किया और उसके बाद गोधन न्याय योजन प्रारंभ किया गया है। वही मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के ग्राम ब्रदर के गौठानो में गोबर क्रय किया गया। और विधायक ने चारा मशीन चलाया । विधायक विनय असवाल ने बताया कि इससे पशुपालकों से 02 रूपये प्रति किलो से गोबर लिया जाएगा । इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा आर्थिक मदद मिलेगी ।
गौरेला: पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की मौत के बाद उस सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। जैसे-जैसे मरवाही में उपचुनाव का समय नजदीक आ रहा है, चुनावी सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। जिले में दोनों ही पार्टियों के नेताओं के ताबड़तोड़ कार्यक्रम शुरू हो गये हैं।
बहरहाल, पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और छत्तीसगढ़ आबकारी मंत्री कवासी लखमा का एक दिवसीय दौरा जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही में हुआ। लोकनिर्माण विभाग के विश्राम गृह में आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने प्रेस वार्ता की, जिसमें प्रमुख तौर पर उन्होंने मरवाही उपचुनाव में सरकारी मशीनरी का उपयोग ना होने की बात कही।
हालांकि, जब जिले में कांग्रेस के दो धड़े में बंट जाने की बात उनसे पूछी गई तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर मीडियाकर्मियों से इस बात की जानकारी देने की बात कही। चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने किसानों की कर्ज माफी की बात कही। युवाओं को रोजगार देने के मामले में उन्होंने पुलिस में भर्ती का हवाला दिया, परंतु लॉकडाउन के कारण यह क्रियान्वित नहीं हो सका, यह भी बताया।
जब शराब से संबंधित सवाल किए गए, तो आबकारी मंत्री होने के नाते उन्होंने बखूबी उनका जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस को उन आदिवासियों पर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए जो अपने लिए कच्ची शराब बनाते हैं। बल्कि उन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए, जो आदिवासियों की आड़ लेकर कच्ची शराब का धंधा कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस विभाग को आदेशित करने की बात कही।
उन्होंने मध्य प्रदेश से लाई जा रही अवैध शराब के संबंध में मध्यप्रदेश एवं उत्तर प्रदेश से शराब की तस्करी होना प्रायोजित बताया और यह भी कहा कि दोनों ही प्रदेशों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है।
हालांकि प्रदेश में लाॅकडाउन है, लेकिन इसके बावजूद कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं की काफी भीड़ थी, सोशल डिस्टेंसिग का पालन भी नहीं किया गया। कुछ लोग तो बिना मास्क लगाए ही मीटिंग में आए थे, जोकि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ने का कारण बन सकता है।
रायपुर - छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण को लेकर बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने बताया कि प्रदेश में अभी तक कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों का आंकड़ा 1400 के पार पहुंच गया है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना से मौत के मामले पर वह बोले कि सरकार मौतों का आकंडा छुपा रही हैं, और 6 ही बता रही है। लेकिन वास्तव में अभी तक प्रदेश में 23 लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कि कोरोना से ज्यादा लोग क्वरांटीन सेंटर में मर गए। कोविड अस्पताल में आत्महत्या के केस आए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि कोरोना वायरस से ज्यादा मौतें तो क्वरांटीन सेंटर पर हुईं हैं। इसमें, 2 जगह पर क्वरांटीन सेंटर में आत्महत्या का मामला सामने आया है। 2 जगह सांप के काटने से मृत्यु हुई है। क्वरांटीन सेंटर से निकले, लेकिन घर पहुंचने से पहले मृत्यु हो गई। इस तरह 23 लोगों की मौत अब तक प्रदेश में हुई है।
प्रशासन पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि क्वरांटीन सेंटरों पर बदहाली की वजह से लोग आत्महत्या कर रहे हैं। प्रवासी लोग जो सेंटरों पर आते हैं उन्हें लगना चाहिए कि वो अब अपने घर में हैं, लेकिन वहां पर पहुंचने के बाद कोई आत्महत्या करता है, तो यह बड़ी बात है।
प्रदेश में मौतों के मामले पर पूछने पर उन्होंने बताया कि एक आत्महत्या की घटना रायगढ़ जिले की है, दूसरी घटना बालोद जिले की है, और तीसरी घटना जहां से स्वास्थ्य मंत्री आते हैं वहां पर कोविड अस्पताल में एक आत्महत्या का मामला आया है। कुल मिलाकर 3 लोगों ने आत्महत्या की है। बाकी अलग-अलग जगहों पर दूसरें कारणों से मृत्यु हुईं हैं।
संवाददाता द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या प्रदेश सरकार प्रवासी मजदूरों के भविष्य के बारे में किसी योजना पर काम कर रही है, इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सबकुछ मनरेगा के भरोसे छोड़ दिया है। केन्द्र सरकार ने मनरेगा का जो पैसा दिया है, उसमें 100 दिन का जाॅब कार्ड तो केन्द्र का है।
उन्होंने आगे बताया कि मैंने पत्र लिखकर राज्य सरकार को यह पूछा है कि जिनका 100 दिन का जाॅब कार्ड पूरा हो गया है, बरसात में जब काम चल सकता है तो राज्य सरकार को मनरेगा के अंतर्गत 50 दिन का और काम स्वीकृत करना चाहिए और तत्काल आदेश जारी करना चाहिए। रमन सिंह सरकार में 100 दिन के बाद 50 दिन का अतिरिक्त कार्य मनरेगा में दिया गया था। लेकिन तत्कालीन सरकार का अतिरिक्त दिवस का एक पैसा नहीं लगा है और इस तरह से जिन मजदूरों का मनरेगा में 100 दिन का काम पूरा हो गया है, वो अब घर में खाली बैठे हैं।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा "उनके पास कोई योजना नहीं है कि उन गरीब मजदूरों को कोई रोजगार मिल सके।"
छत्तीसगढ़ में लगातार हाथियों की मौत का सिलसिला जारी है..! ऐसे में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। वहीं वन विभाग के अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। इनकी माने तो, मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस बात को लेकर संदेह जताया है कि हाथियों की इस तरह से निर्मम हत्या के पीछे कोई बड़ा गिरोह काम कर रहा है। कई सवाल हैं जिन से अब भी पर्दा उठना बाकी है। लिहाजा सरकार को इस मामले में गंभीरता से जांच करनी चाहिए। दोषियों पर त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने स्पष्ट कर दिया कि इस पूरे मामले में वन विभाग की बड़ी जिम्मेदारी है। अधिकारियों पर भी एक्शन लिए जाने की दरकार है। कुल मिलाकर नेता प्रतिपक्ष ने साफ कर दिया कि हाथियों की मौत का सिलसिला जारी रहा तो विपक्ष इस मुद्दे को लेकर भी सरकार को घेरने में परहेज नहीं करेगी । वहीं प्रदेश के कांग्रेस सरकार को बेजुबान जानवरों की निर्मम हत्या के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है।।
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जगदलपुर। देश में कोरोना संक्रमण की लगातार बढ़ती संख्या पर बस्तर लोकसभा के सांसद दीपक बैज ने कहा है कि केंद्र सरकार के निर्णयों ने साबित कर दिया है कि वह कोरोना आपदा से लड़ने में सक्षम नहीं है। केंद्र के ग़लत फ़ैसलों की वजह से करोड़ों मज़दूरों के सामने रोज़गार का संकट पैदा हो गया। केंद्र की विफलता को छिपाने के लिए केंद्र के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता षडयंत्रपूर्वक राज्यों का दोष निकालने में लगे हुए हैं। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थाली, ताली, घंटा बजवाने, अंधेरा करवा के मोमबत्ती टॉर्च जलवाने और फूल बरसाने के अलावा कोरोना से लड़ने के लिये कोई ठोस और सुसंगत कदम नहीं उठाए। कोरोना से निपटने के लिए मोदी जी ने पीएम-केयर्स नाम का नया कोष बनाया और देश के सभी बड़े उद्योगों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को भारी भरकम दान देने के लिए बाध्य किया। अब मोदी देशवासियों को बता भी नहीं रहे हैं कि इस कोष में कितना पैसा आया, कितना खर्च हो रहा है और कहां खर्च हो रहा है।
सांसद दीपक बैज ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के द्वारा शुरू से बरते गए एहतियात और छत्तीसगढ़ के लोगों की जागरूकता के परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामले शुरू से बेहद कम रहें। छत्तीसगढ़ के जो मजदूर कमाने खाने के लिए बाहर गए थे वे लॉकडाउन में 60 दिन तक फंसे रहे और वापस लौट रहे हैं। लाॅकडाउन में छत्तीसगढ़ के मजदूरों को गुजरात, मुंबई, सहित अनेक कोरोना संक्रमण के हाटस्पाट में फंसे रहना पड़ा। जिसके कारण छत्तीसगढ़ में कोरोना के प्रकरणों में वृद्धि शुरू हुई है। हालांकि छत्तीसगढ़ में वृद्धि देश के अन्यप्रदेशों की तरह नहीं है लेकिन केस बढ़ रहे है। सांसद दीपक बैज ने कहा है कि कोरोना के लिये प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन के 20 लाख करोड़ के पैकेज में छत्तीसगढ़ को कुछ भी नहीं मिला। पहले केन्द्र सरकार ने धान की कटाई समाप्त होने के बाद मनरेगा के काम खोलने के लिये पर्याप्त राशि नहीं दी। छत्तीसगढ़ के मजदूरों को मनरेगा का पैसा ना देकर पलायन करने के लिए कमाने खाने के लिए देश के दूसरे प्रदेशों में जाने के लिए मजबूर किया गया। इन मजदूरों को अपने ही प्रदेश लौटने के लिए छत्तीसगढ़ के बॉर्डर तक छोड़ने के लिए बस वालों ने 5000 से 10000 रू. प्रति हेड किराया लिया। छत्तीसगढ़ वापस लौटे लाखों मजदूरों में सैकड़ों मजदूर करोना संक्रमण का शिकार हुए। इसकी नैतिक जिम्मेदारी भाजपा की केन्द्र सरकार की है।
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भाटापारा। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ‘लैटर पॉलिटिक्स’ पर तीखा कटाक्ष कर कहा है कि मुख्यमंत्री बघेल हर बार केंद्र सरकार को पत्र लिखकर उसे प्रेस को जारी करके अपनी चिठ्ठियों का राजनीतिकरण करने की पैंतरेबाजी करने लगे हैं। शर्मा ने पूछा कि आख़िर मुख्यमंत्री हर मुद्दे पर केंद्र सरकार को चिठ्ठी लिखकर अपनी ज़िम्मेदारियों से पल्ला झाड़ने और नाकामियों से मुँह चुराकर लोगों का ध्यान भटकाने की इस पैंतरेबाजी से कब बाज आएंगे? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को वो पत्र भी जारी करना चाहिए जिसके बाद चिकित्सा मंत्री को विभागीय बैठक के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करने से रोका गया और मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए पहले अनुमति लेने संबंधित ऑर्डर जारी किया ।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक भाटापारा शर्मा ने कहा कि बड़ी-बड़ी डींगें हाँकने और झूठी वाहवाही बटोरने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनकी सरकार का ज़मीनी सच यही है कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर बुरी तरह विफल सिद्ध हो चुकी है। अपने हर वादे से मुकरने की फ़ितरत वाली प्रदेश सरकार ने प्रदेश के हर वर्ग के लोगों के साथ सिवाय छलावे व दग़ाबाजी के और कोई काम नहीं किया है और अब अपनी सरकार के प्रति लोगों का मोहभंग होते देखकर वे नित-नई सियासी नौटंकियों और पैंतरेबाजी से लोगों का ध्यान भटकाने की नाकाम कोशिशें कर रहे हैं। शर्मा ने कहा कि प्रदेश में रोज़गार का संकट अपने विस्फोटक होता जा रहा है, कोरोना संक्रमण रोज़ बढ़ते आँकड़ों के साथ प्रदेश को दहशत में जीने के लिए मज़बूर कर रहा है, प्रदेश को कंगाली के मुहाने पर खड़ा करने वाली यह प्रदेश सरकार अब लोन लेने के लिए निर्धारित मापदंडों में ढील चाहकर उधार की सीमा बढ़वाने की जुगत भिड़ा रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस शासनकाल में एक भी ऐसा काम नहीं हुआ जिसे वह अपनी उपलब्धि के तौर पर पेश कर सके। हैरत की बात तो यह है कि कोरोना संकट को रोकने के उपायों पर काम करने के बजाय प्रदेश सरकार इस संकटकाल को भी अपने लिए राजनीतिक अवसर के तौर पर भुनाने की शर्मनाक कोशिश कर रही है। शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार के तमाम दावों के ढोल की पोल जगज़ाहिर हो चुकी है। मुख्यमंत्री बघेल अपने ही बुने मकड़जाल में उलझ गए हैं और इसलिए ‘लैटर पॉलिटिक्स’ की पैंतरेबाजी पर उतर आए है ताकि आगे चलकर वे अपनी ज़िम्मेदारियों से पल्ला झाड़कर केंद्र के सिर अपनी नाकामियों का ठीकरा फोड़ सकें और केंद्र सरकार पर मदद नहीं करने का आरोप मढ़कर अपने प्रलाप का एक और मौका जुटा सकें।
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0 नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक रहे मौजूद।
0 प्रवासी मजदूर और गरीबों की ली सुध।
0 सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया ।
0 बीजेपी के कार्यकर्ता डोर टू डोर जाएंगे-डॉ. रमन सिंह।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह सोमवार को बिलासपुर प्रवास पर पहुंचे। इस बीच उन्होंने गरीब प्रवासी मजदूरों को छाते खाने पीने के सामान और पानी की बोतलें भी बांटी...! पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के साथ क्षेत्र के विधायक और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक भी मौजूद रहें।
प्रदेश के पूर्व सीएम ने तिफरा सिरगिट्टी क्षेत्र में बकायदा टेंट लगाकर क्षेत्र के लोगों के साथ संवाद स्थापित करने का प्रयास किया। इस बीच सोशल डिस्टेंसिन का ध्यान रखते हुए, गरीब प्रवासी मजदूरों को उन्होंने छाते, पानी की बोतलें और खाने-पीने के सामान भी दिए। वहीं इन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई।। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह बिलासपुर स्थित बीजेपी कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया साथ ही यह भी बताया कि, किस तरह से बीजेपी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी डोर टू डोर जाकर सरकार की उपलब्धियां लोगों को बताएंगे। मौजूदा स्थिति में केंद्र सरकार ने लोगों के लिए क्या कुछ किया यह बताने के साथ-साथ प्रदेश में मौजूद कांग्रेस की सरकार की नाकामी को भी उजागर किया जाएगा।