मुंबई- मौलाना आज़ाद पर राजेंद्र फिल्म्स के बैनर तले निर्मित और श्रीमती भारती व्यास प्रस्तुत पहली हिन्दी फिचर फिल्म 18 जनवरी, 2019 को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म के निर्माता, कथा, पटकथा, संवाद, गीत लेखक डॉ. राजेंद्र संजय हैं। इसके निर्देशक भी डॉ. राजेंद्र संजय और संजय सिंह नेगी हैं। फिल्म में संगीत दर्शन कहार ने दिया है जबकि आर्ट निर्देशक मनोज मिश्रा हैं। फिल्म के मुख्य पात्र की भूमिका लिनेश फणसे (मौलाना आज़ाद), सिराली (जुलैखा बेगम), सुधीर जोगलेकर, आरती गुप्ते, डॉ. राजेंद्र संजय, अरविंद वेकरिया, शरद शाह, केटी मेंघानी, चेतन ठक्कर, सुनील बलवंत, माही सिंह, चांद अंसारी और वीरेंद्र मिश्र ने निभाया है।
मौलाना आज़ाद का पूरा नाम अबुल कलाम मोहियुद्दीन अहमद था, जिनका बचपन बड़े भाई यासीन, तीन बड़ी बहनों ज़ैनब, फ़ातिमा और हनीफा के साथ कलकत्ता (कोलकाता) में गुज़रा। महज 12 साल की उम्र में उन्होंने हस्तलिखित पत्रिका ‘ नैरंग-ए-आलम ’ निकाली जिसे अदबी दुनिया ने खूब सराहा। हिंदुस्तान से अंग्रेजों को भगाने के लिए वे मशहूर क्रांतिकारी श्री अरबिंदो घोष के संगठन के सक्रिय सदस्य बनकर, उनके प्रिय पात्र बन गए। उन्होंने एक के बाद एक, दो पत्रिकाओं ‘ अल-हिलाल ’ औऱ ‘ अल बलाह’ का प्रकाशन किया जिनकी लोकप्रियता से डरकर अंग्रेजी हुकूमत ने दोनों पत्रिकाओं का प्रकाशन बंद कराकर, उन्हें कलकत्ता से तड़ी पार कर रांची में नज़रबंद कर दिया। चार साल बाद सन् 1920 में नजरबंदी से रिहा होकर वह दिल्ली में पहली बार महात्मा गांधी से मिले और उनके सबसे करीबी सहयोगी बन गए।
उनकी प्रतिभा और ओज से प्रभावित जवाहरलाल नेहरु उन्हें अपना बड़ा भाई मानते थे। पैंतीस साल की उम्र में आज़ाद कांग्रेस के सबसे कम उम्र वाले अध्यक्ष चुने गए। गांधी जी की लंबी जेल-यात्रा के दौरान आज़ाद ने दो दलों में बंट चुकी कांग्रेस को फिर से एक करके अंग्रेजों के तोड़ू नीति को नाकाम कर दिया। केंद्रीय शिक्षामंत्री के रुप में उन्होंने विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्र में क्रांति पैदा करके उसे पश्चिमी देशों की पंक्ति में ला बिठाया। हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए जीवन भर संघर्ष करने वाले मौलाना आज़ाद जैसे सपूत के जीवन की दिलचस्प कहानी को रुपहले पर्दे पर देखिए।
फिल्म के निर्माता डॉ. राजेंद्र संजय ने कहा, ‘इस फिचर फिल्म का निर्माण मैंने मौलाना आज़ाद की जीवनी से प्रभावित होकर किया। मौलाना आज़ाद एक ऐसे व्यक्तित्व थे जिनके जीवन में काफी भावनात्मक उतार-चढ़ाव थे और स्वतंत्रता संग्राम में भी उनके कार्यों की गाथा अनूठी है। मौलाना आज़ाद पर बनने वाली भारत की यह पहली फिचर फिल्म है। इसके किरदारों का फिल्म के निर्माण के दौरान महत्वपूर्ण सहयोग रहा। उनकी तन्मयता और योगदान के लिए मैं उन्हें तहे दिल से धन्यवाद देता हूं।‘
बॉलीवुड के गलियारों में अर्जुन कपूर और मलाइका अरोड़ा के रिश्ते की खबरें पिछले कुछ समय से चर्चा में हैं. सलमान खान के भाई अरबाज की पूर्व पत्नी मलाइका और बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर पार्टियों से लेकर डेट पर साथ-साथ नजर आ रहे हैं.
पहले तो दोनों का छिप-छिपाकर मिलना होता था, लेकिन अब तो ऐसा लगता है कि इस प्रेमी जोड़े को किसी का डर नहीं. इधर, सूत्रों के हवाले से खबरें ऐसी आ रही हैं कि बोनी कपूर, अनिल कपूर और संजय कपूर के परिवार ने मलाइका अरोड़ा को अपने परिवार में स्वीकार कर लिया है. यानी कपूर परिवार में उनके रिश्ते का कोई विरोध नहीं है. परिवार के लोग भी दोनों के संग-साथ को अपनी मंजूरी दे चुके हैं.
रायपुर:- छत्तीसगढ़ी फिल्मों एक और नया फिल्म का निर्माण छत्तीसगढ़ के डेविड धवन कहलाने वाले निर्देशक अमन हुसैन चार पांच साल के अंतराल के बाद अपनी एक नई कहानी पर हास्य फ़िल्म जय भोले मया मा डोले बनाने की तैयारी में जुट गए हैं। अमन हुसैन को छत्तीसगढ़ के डेविड धवन इसलिए कहा जाता है जब छत्तीसगढ़ में 1 घंटे की सीडी फिल्में बना करती थी।तब उन्होंने एक से बढ़कर एक हास्य फिल्म दर्शकों को दी है। उसमें से कुछ नाम समधिन पट गे, टुरी के चक्कर, बीवी घोटाला, दमान्द चाही फोकट में, संगी तोर गांव म, ऐसी कई फिल्में है जो आज छत्तीसगढ़ में गांव गांव तक जानी जाती है। जिसमें से समधिन पट गे छत्तीसगढ़ में मील का पत्थर साबित हुई जहां से निकले 2 नाम ओचकू बोचकू यानी हेमलाल कौशल और संतोष निषाद जो आज छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री में कॉमेडी में अपनी एक अलग पहचान बनाई हुई है। और इसके बाद निर्देशक अमन हुसैन ने आर.बी क्रिएशन के बैनर तले अपनी पहली कॉमेडी फिल्म छत्तीसगढ़ी फीचर फिल्म बनाई पठौनी के चक्कर जिसे दर्शकों का खूब प्यार मिला उसके बाद उनकी दो और फिल्में भी रिलीज हुई फुलवारी और सिधवा सजन आप लोगों की जानकारी के लिए बता दे कि हाल ही में 1 साल पहले अमन हुसैन ने एक सिंधी फिल्म ससु सेर नू सवा सेर यानी सास शेर तो बहू सवा शेर कॉमेडी फिल्म डायरेक्ट की है और अभी उनका पूरा ध्यान जय भोले मया में डोले फिल्म में है जिसकी कास्टिंग पूरी हो चुकी है कलाकारों में केवल राम वर्मा, ज्योत्सना ताम्रकार, हेमा शुक्ला, संजय महानंद, रजनीश झांजी, पूरन साहू राजू चंद्रवंशी और गप्पू भाई आदि कलाकार इस फिल्म में किरदार निभा रहे हैं और निर्देशक अमन हुसैन का कहना है कि दर्शक जब इस फिल्म को पर्दे पर देखेंगे तो पूरी फिल्म के दौरान ठहाके मार मार कर हंसेगे और अपने सारे दुख दर्द भूल जाएंगे।
रायपुर। रोमांटिक कॉमेडी फिल्म "महुँ कुंवारा तहँ कुवारी" जिसके निर्माण के लिए कई सालों बाद छालीवुड के मशहूर निर्माता रॉकी दासवानी, मुंबई के नीरज विक्रम जो कि एक प्रसिद्ध पटकथा लेखक है और छत्तीसगढ़ के ख्यातिप्राप्त निर्माता निर्देशक मनोज वर्मा मिलकर फिल्म का निर्माण कर रहे हैं। बताया जाता है कि फिल्म की कहानी और हिंदी की पटकथा नीरज विक्रम हैं। छत्तीसगढ़ी में पटकथा मनोज वर्मा ने लिखी है। साथ ही साथ फिल्म का निर्देशन खुद मनोज वर्मा का है।
आपको बता दें कि रॉकी दासवानी मया, टुरा रिक्शा वाला, लैला टिप टॉप छैला अंगूठाछाप, हिंदी फिल्म आई लव देसी जैसी फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं। वही बॉलीवुड के नीरज विक्रम मशहूर कॉमेडी सीरियल "मोटू पतलू " के लेखक रहे हैं। छत्तीसगढ़ के ख्यातिप्राप्त निर्माता निर्देशक मनोज वर्मा बैर, महुँ दीवाना तहूँ दीवानी, मिस्टर टेटकूराम, दू-लफाड़ू, और अभी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित " भूलन द मेज़ " जैसी फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं।
इस फ़िल्म में छत्तीसगढ़ के चॉकलेटी हीरो मन कुरैशी मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। मन क़ुरैशी अभी तक कई सुपरहिट फिल्म दे चुके है। साथ ही साथ इस फ़िल्म में आकाश सोनी भी नजर आएंगे। इस फ़िल्म की हीरोइन एल्सा घोष है। चरित्र अभिनेता-अभिनेत्रियों के रूप में संजय महानंद, आशीष सेन्द्रे, पुष्पेंद्र सिंह, हेमलाल कौशल, निशांत उपाध्याय, अनिल शर्मा, विक्रम राज, प्रदीप शर्मा, उपासना वैष्णव, अनुराधा दुबे, माहिरा खान, अमर सिंह लहरे नजर आएंगे।
छत्तीसगढ़ के महान गायकों का किया सम्मान
इस अवसर पर फ़िल्म की यूनिट ने छत्तीसगढ़ के मशहूर गीतकार संत मसीहदास, जिन्होंने "गुल गुल भजिया खा ले" एवं "मन के मोहनी मोर दिल के तेन जोगनी" : जैसे गानों को लिखा है, उनका सम्मान किया। साथ ही प्रदेश के मशहूर सूफी एवं कबीर गायक श्री मदन चौहान जी का भी सम्मान किया। ये वो मूर्धन्य कलाकार हैं] जिनका छत्तीसगढ़ी गीत संगीत की नींव रखने में महत्वपूर्ण योगदान है।
फिल्म के कुछ महत्वपूर्ण संयोग
रॉकी दासवानी व मनोज वर्मा पहली बार एक साथ काम कर रहे हैं। साथ ही साथ बॉलीवुड के नीरज विक्रम पहली बार छत्तीसगढ़ी फिल्म के निर्माण क्षेत्र में आये हैं तथा मनोज वर्मा ने पहली बार मन कुरैशी को बतौर हीरो फिल्म में लिया है।
फ़िल्म के गानों से हुआ मुहूर्त
सिविल लाइन स्थित स्वप्निल स्टुडियो में आज दोपहर फ़िल्म के एक गाने से फ़िल्म का मुहूर्त शॉट हुआ। इस फ़िल्म की शूटिंग 10 दिसंबर से शुरू होगी। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ी फिल्मो के निर्माता, निर्देशक, कलाकार व फिल्मी पत्रकार विशेष रूप से उपस्थित थे।