रायपुर: एसीबी रेड में भारी मात्रा में अवैध संपत्ति का खुलासा होने के बाद IPS जीपी सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इस संबंध में महानदी भवन स्थित गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। ज्ञात हो कि ACB और EOW ने जीपी सिंह के 15 ठिकानों पर दबिश दी थी, जिसके बाद करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ था। ACB और EOW की कार्रवाई तीन दिन तक चली थी।
बता दें कि जीपी सिंह के अलग अलग ठिकानों पर एसीबी के छापे में 10 करोड़ रुपए से अधिक की चल अचल संपत्ति का पता चला है। इसके अलावा 2 किलो सोना मिला है। साथ ही छापेमारी में 16 लाख रुपया नगद बरामद हुआ है। इसके अलावा कई बेनामी संपत्तियों का भी पता चला है। जिसकी जांच अभी की जा रही है।
एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम ने जीपी सिंह से संबंधित लोगों के यहां भी छापेमारी की गई, जिसमें अलग अलग बैंक खाते, बीमा कंपनी के दस्तावेज, बहुराष्ट्रीय कंपनियों से लेनदेने के कागजात मिले हैं। इसके अलावा शेयर और म्यूचुअल फंड में भी बड़ी मात्रा में निवेश की जानकारी मिली है।
रायपुर, छत्तीसगढ़। राजधानी के कैनाल रोड मोड़ पर आज सुबह मदर डेरी के पिकप वाहन cg 07C5726 और कार cg 04LX8661 ke बीच भीषण टक्कर हो गई आपको बता दें कि दूध वाहन पर देवभोग की ब्रांडिंग थी मगर अंदर मदर डेयरी का प्रोडक्ट था टक्कर इतनी जोरदार थी कि मौके पर ही मिल्क वैन के ड्राइवर की मौत हो गई यह चौराया शहर के व्यस्तम और वीआईपी मार्ग है में से एक है इसके आसपास कई मंत्रियों के निवास स्थल भी है।
रायपुर - 1 जुलाई 2021 छत्तीसगढ़ के एक सबसे बड़े पुलिस अधिकारी जी पी सिंह के 10 ठिकानों पर आज सुबह एंटी करप्शन ब्यूरो ने छापा मारा है और इन सभी जगहों पर तलाशी चल रही है। एसीबी ने जीपी सिंह के खिलाफ आय से अधिक अनुपात हीन संपत्ति का केस दर्ज किया है और उसके बाद यह कार्यवाही चल रही है।
पी सिंह प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हैं और वे कई प्रमुख जगहों पर आईजी रह चुके हैं. जिस एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस वक्त उनके घर और रिश्तेदारों के यहां तलाशी जारी रखी हुई है, इस एसीबी के भी वे कुछ वक्त पहले तक मुखिया थे।
बारे में पूछने पर एसीबी के प्रमुख डीआईजी आरिफ शेख ने कहा कि अनुपातहीन संपत्ति के केस में अभी 10 ठिकानों पर तलाशी जारी है, लेकिन यह तलाशी कुछ और जगहों पर बढ़ भी सकती है. उन्होंने सुबह 8:15 बजे की इस बातचीत में और अधिक जानकारी ना होने की बात कही और कहा कि तलाशी के बाद ही बाकी चीजें साफ होगी।
ईस्टर्न रीजनल पुलिस कॉर्डिनेशन कमेटी की वर्चुअल बैठक में शामिल हुए पांच राज्यों के डीजीपी
रायपुर- ईस्टर्न रीजनल पुलिस कॉर्डिनेशन कमेटी की आज वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। जिसमें छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल के डीजीपी समेत पुलिस और अर्धसैनिक बलों के बड़े अधिकारी शामिल हुए। बैठक में अंतरराज्यीय समन्वय, नक्सल विरोधी अभियान, अपराध रोकथाम, आंतरिक सुरक्षा, सुरक्षा बलों की क्षमता वृद्धि और ट्रेनिंग पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में छत्तीसगढ़ के डीजीपी श्री डीएम अवस्थी ने कहा कि सीमावर्ती राज्य आपस मे समन्वय से अपराधों की रोकथाम शीघ्रता से कर सकते हैं। सूचनाओं के आदान -प्रदान से बड़े अपराधों को घटित होने से रोका जा सकता है। पांचों राज्यों की पुलिस एकजुट होकर कार्य करे तो बड़े अपराधों को जल्द से जल्द सुलझाया जा सकता है। सायबर अपराधी भी एक राज्य से दूसरे राज्य के नागरिकों से ठगी करते हैं। इन सायबर अपराधियों को आपसी समन्वय से दूसरे सीमावर्ती राज्यों से पकड़ा भी जा चुका है।
बैठक में स्पेशल डीजी एंटी नक्सल ऑपरेशन श्री अशोक जुनेजा, आईजी इंटेलीजेंस डॉ आनंद छावड़ा, डीआईजी सीआईडी श्रीमती हिमानी खन्ना उपस्थित रहीं।
रायपुर - छतीसगढ़ यातायात महासंघ के अहान पर एक दिवसीय धरना छत्तीसगढ़ के सभी 29 जिलों में अपनी दो मुख्य मांग को लेकर डीजल में वृद्धि होने के कारण बसों के किराए में वृद्धि ही साथस्थाय किराया नीति और बसों और परमिटो के निष्प्रियोग की इस 2 माह की समय अवधि खत्म करने के लिए आज से धरना प्रदर्शन चालू हो गया है उसके बाद 2 तारीख को कलेक्टर को ज्ञापन देंगे उसके बाद बसोओं की हड़ताल करेंगे तेरा तारीख को जल समाधि लेंगे बस संचालकों का कहना है कि 16 माह से बसें खड़ी हुई है जिससे वह आर्थिक रूप से कमजोर हो गए हैं और सरकार ने डीजल के दामों में वृद्धि कर दी है ₹65 रुपए से लेकर 95 रुपए बढ़ गया है हमारी 12000 बसों में से केवल 1000 बस यही चल रही है 2500 बसें फाइनेंसर खींच कर ले गए हैं और कई बसें कंडम हो चुकी हैं
वही ट्रांसपोटर्स संचालको ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज देशभर के ट्रांसपोटर्स डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में प्रदर्शन करे रहे है।
ट्रांसपोटर्स की मांग है कि डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाए। वहीं ट्रांसपोटर्स ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार उनकी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं करती तो वे बेमियादी हड़ताल पर जाने में मजबूर हो जाएंगे। ट्रकों के पहिए जाम कर दिए जाएंगे।