छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र जुलाई से होगा। विधानसभा की तरफ से इसे लेकर अधिसूचना जारी कर दी गयी है। ये मानसून सत्र 12 जुलाई से शुरू होकर 19 जुलाई तक चलेगा। इस सत्र में 6 बैठकें होगी।
सूर्यकान्त यादव @ BBN24
राजनांदगांव-- राजनांदगांव छत्तीसगढ़ के संगीत के भीष्मपितामह कहे जाने वाले खुमान साव के अंतिम संस्कार में समूचा गांव उमड़ा उनके निधन पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने जहां बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि पहुंचे वहीं पूरा गांव साव को श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ पड़ा...रविवार को उनके गृहग्राम राजनांदगांव के पास सोमनी समीपस्थ ठेकवा गांव में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया गया उनके निधन की खबर से साहित्यि क्षेत्र में शोक की लहर है..
छत्तीसगढ़ की समृद्धशाली लोक सांस्कृतिक परंपरा में रचे बसे गीतों और विलुप्त होती लोक धुनों को परिमार्जित कर तथा आधुनिक कवियों की छत्तीसगढ़ी रचनाओं को स्वरबद्ध कर उसे लोकप्रियता की दृष्टि से फिल्मी गीतों के समकक्ष खड़ा देने वाले खुमान साव ही थे..खुमान साव ने अपने जीवन काल का संपूर्ण समय लोक कला को हर परिस्थिति में जीवित रखने के लिए संघर्ष किया इस कारण छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति को बचाने वालों की सूची में उनका नाम सम्मान से लिया जाता है...संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित स्वनाम धन्य लोक संगीतकार खुमान लाल साव सही अर्थों में छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक दूत है जिन्होंने अपनी विलक्षण संगीत साधना और पांच हजार मंचीय प्रस्तुतियों के माध्यम से छत्तीसगढ़ महतारी का यश चहुंओर फैलाया है साव का जन्म 5 सिंतबर 1929 को डोंगरगांव के समीप खुर्सीटिकुल नामक गांव में एक संपन्न माल गुजार परिवार में हुआ।छत्तीसगढ़ी लोककला को बचाने ऐसे किया काम बचपन से संगीत के प्रति रूचि रखने वाले श्री साव ने योग्य गुरूओं के संरक्षण में संगीत की बारीकियों को समझा 14 वर्ष की कच्ची उम्र में उन्होंने नाचा के युग पुरूष मंदराजी दाऊ की रवेली नाचा पार्टी में शामिल होकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया..श्री साव स्वयं अपनी मौलिक संगीत रचना की प्रस्तुति के लिए बेचैन थे। श्री देशमुख के आग्रह को स्वीकार कर श्री साव ‘चंदैनी गोंदा’ में संगीत निर्देशक के रूप में शामिल हुए। संगीतकार श्री साव और गीतकार लक्ष्मण मस्तुरिया ने दिन-रात मेहनत कर ‘चंदैनी गोंदा’ के रूप में श्री देशमुख के सपने को साकार किया आज उनके अंतिम संस्कार में राजनांदगांव जिले सहित पूरे छत्तीसगढ़ में शोक की लहर है।
सूर्यकान्त यादव : BBN24NEWS
राजनांदगांव इंस्पेक्शन करने पहुंचे IG, DIG व SP ने कोतवाली थाने की लापरवाही देख तीखी नाराजगी दिखायी इस दौरान हर स्तर पर लापरवाही नजर आयी, जिसपर आईजी व डीआईजी ने पुलिसकर्मियों को तगड़ी फटकार भी लगायी। इस मामले में एक्शन लेते हुए सीएसपी को जहां शो काज नोटिस जारी किया गया है, तो वहीं थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया गया है..दरअसल प्रदेश के सभी रेंज आईजी को थानों के इस्पेक्शन के निर्देश दिया गया है डीजीपी के निर्देश के बाद दुर्ग के रेंज आईजी हिमांशु गुप्ता ने डीआईजी राजनांदगांव रतनलाल डांगी और एसपी कमललोचन कश्यप के साथ राजनांदगांव के कोतवाली थाने में इस्पेक्शन के लिए पहुंचे..इस दौरान बड़ी लापरवाही थानें में अफसरों ने देखी आकस्मिक निरीक्षण के दौरान थाने के मालखाना, जब्ती माल का निराकरण, शस्त्रागार इत्यादि के रखरखाव में भारी लापरवाही तथा बड़ी संख्या में विवेचना तथा वारंट लंबित पाए गए..आईजी के निर्देश पर राजनांदगांव को कोतवाली CSP अनूप लकड़ा को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है। वहीं थाना प्रभारी शिवेंद्र राजपूत को लाइन अटैच कर दिया गया है। साथ ही तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है..थाने में लापरवाही और गड़बड़ी मामले में राजनांदगांव के एडिश्नल एसपी को जांच के निर्देश दिये गये हैं। आईजी ने तीन दिन के भीतर इस मामले में रिपोर्ट तलब किया है, वहीं थानों में व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिया गया है वहीं इस पूरे मामले में पुलिस अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
पलारी ब्लॉक के गुमा गांव की रहने वाली पूर्णिमा की नसबंदी के बाद मौत हो गई थी। नर्स डगेश्वरी यदु ने अपने घर पर उसकी नसबंदी की थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। जिसके बाद अब मामले में कार्रवाई हुई है। नर्स के घर पर प्रशासन ने छापा मारा है। वही आरोपी नर्स फरार है. नर्स डगेश्वरी यदु को सीएमएचओ ने निलंबित भी कर दिया है।
उसके खिलाफ सीएमएचओ ने एफआईआर दर्ज कराने की भी बात कही है। छापेमारी के बाद उसके ठिकाने को सील कर दिया गया है। दरअसल पूर्णिमा अपने पिता की तबीयत खराब होने पर मायके आई हुई थी। परिजनों की सलाह पर उसने नसबंदी कराने का फैसला लिया। सलाह लेने के लिए शहर के रामसागर तालाब के पास लोहियानगर में रहने वाली नर्स डगेश्वरी यदु के पास पहुंची, तो नर्स ने खुद ही ऑपरेशन कर देने की बात कही।
नर्स डगेश्वरी यदु खैंदा उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ है उसने अपने घर पर अस्पताल खोल रखा है, जहां वह ऑपरेशन और डिलीवरी कराती है और मरीजों का इलाज करने का दावा करती है। इससे पूर्व में भी डगेश्वरी को सस्पेंड किया गया था आरोपी नर्स अभी फरार है और अपना मोबाइल भी बंद कर रखी है। वही तहसीलदार और तहसीलदार कि टीम के साथ नर्स के घर छापा मारा। नर्स घर से फरार है और पुलिस उसकी खोज में लगी हुई है।
शनि सूर्यवंशी-BBN24NEWS.COM
पकरिया- पकरिया से लगरा सिल्ली मुख्य मार्ग से लगा हुआ सड़क किनारे संचालित हो रहा बाके बिहारी मिनरल्स क्रेसर द्वारा नियमो की धज्जिया उड़ाते हुए मनमानी पूर्वक संचालित हो रहे है।
जानकारी के अनुसार ग्रामीणों का कहना है कि शुक्रवार को क्रेशर संचालक द्वारा ब्लास्टिंग किया गया था जिसके चपेट में आने से एक गर्भवती गाय की मौके पर मौत हो गई , वही घटना स्थल पर पत्थर का टुकड़ा पाया गया है , जिसके बाद ग्रामीणों का कहना है कि मवेशि गाय की मौत ब्लास्टिंग के दौरान पत्थर से हुआ है। गाय मालिक को जब इस बात का जानकारी मिला तो वह अपने परिवार के साथ गांव के कोटवार को लेकर घटना स्थल पर पहुँचा वही कुछ देर के बाद गांव के सरपंच उपसरपंच ने ग्रामीणों के साथ क्रेसर के पास पहुचकर घटना के संबंध में जानकारी लिया । वही जब इस घटना के बारे में सरपंच ने क्रेशर संचालक से घटना के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि क्रेशर से लगभग 300 मीटर की दूरी पर गाय खेत पर चिल्ला रही थी और उठ बैठ रही थी तो मेरे और मेरे स्टॉप के द्वारा उसे पानी पिला गया वही साफ शब्दों में क्रेशर मालिक ने कह दिया कि ये मेरे यहाँ ब्लास्टिंग से मवेशि गाय खत्म नही हुई है । वही गाय मालिक के साथ ग्रामीणों ने मुआवाज़ा कि मांग किया तो संचालक ने साफ कहा कि यहाँ घटना मेरे से संबंधित नहीं है |
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वही गाय मालिक अपना और अपना पूरा परिवार का गाय दूध बेचकर भरण पालन करता था अब उसके ऊपर बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है।
वही क्रेशर के पास रह रहे करीब आधा दर्जन घर बलस्टिंग के चपेट में आया है जैसे कि कच्चा खप्पर का घर सीट वाला मकान व बलस्टिंग से टूटे- फूटे पाया गए । वही वहा पे रह रहे ग्रामीण मनसराम सुमन ने बताया कि बलस्टिंग के दौरान मैं और मेरे परिवार छोटे छोटे बच्चो को तखत के नीचे छुपाना पड़ता है । वही विजय चौहान ने बताया कि मेरे घर पर भी खप्पर पर कई बार पत्थर गिर चुका है जिससे मैं और मेरा परिवार के साथ कई बार घटना होते हुए बच गए है। साथ ही वहाँ के एक परिबार ने क्रेशर के बलस्टिंग से त्रस्त होकर अपने परिवार के साथ ससुराल के घर में रहना मुनासिब समझा । इतना ही नही पकरिया के होटल संचालक अजय कैवर्त्य के घर पर बलस्टिंग के पत्थर से पूरा दीवार से फट गया। जोकि अजय के द्वारा कई बार इसकी जानकारी क्रेसर संचालक को दिया गया उसके बावजूद भी संचालक मनमानी तरीके से अपना काम धड़ले से किया जा रहा है।
धूल निकलने से राहगीरों को हो रही है परेशानी ....
आपको बता दे कि क्रेशर प्लांट से पत्थर तोड़ने के दौरान धूल निकलने का सिलसिला चलता रहता है। लेकिन क्रेशर स्थित मुख्य मार्ग पकरिया से ग्राम लगरा सिल्ली खपरी जोगीदीपा जुड़ा हुआ है जिससे आसपास के गांव के लोग सैकड़ो की संख्या में अपने रोजमर्रा दिनचर्या के कामो को लेकर यहाँ से रोजाना आवागमन करते है । वही यहाँ से प्रतिदिन गुजरने वाले राहगीरों ग्रमीणों छात्र छात्राओं का कहना है कि क्रेशर के धूल के कारण यहाँ से गुजरना जी का जंजाल साबित होता है कई बार तो ब्लास्टिंग के समय वहा रुकना पड़ जाता है जिससे हमारे जान का खतरा बना रहता है।
जानकारी के बावजूद भी कार्यवाही नही....
इतना ही नही इस तरह की घटना के बारे में कई बार अधिकारीयो को अवगत कराया गया , फिर भी इस ओर कार्यवाही नहीं होना समझ से परे है। जिससे क्रेशर संचालक की मनमानी चरम सीमा पर है। यहाँ तक क्रेशर संचालक शासन के मानकों को मानने तैयार नही है। क्रेशर संचालको के लिए शासन ने जो नियम निर्धारित किया है उसका उद्ददेश् क्रेशर मशीनों के आसपास ग्रमीणों को प्रदूषण से बचाना है। इतना ही नही क्रेशर संचालन को लाइसेंस देते समय यह दिशा निर्देश का पालन अनिवार्य है। वही क्रेशर संचालन का लाइसेंस लेते समय क्रेशर प्लांट के संचालको को नियमो का पालन करने का हवाला लिखित में देते\ है लेकिन लाइसेंस मिलने के बाद क्रेशर संचालको की मनमानी देखते ही शुरू हो जाती है।
विभाग का कार्यवाही न करना एक बड़ा सवाल ....
वही शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का किसी भी तरह से पालन नही होने के बाद इस तरह से विभाग का कार्यवाही न करना बड़ा सवाल है। क्रेशरों से बड़ी मात्रा में धूल के कण दिन रात निकलते रहते है वही इससे आसपास के वातावरण में धूल के गुबार से वहाँ से गुजरने वाले राहगीरों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्रेशर संचालक के द्वारा लगातार नियमो की अनदेखी करने के बाद भी शासन के अधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकार के कार्यवाही नही होने से संचालक के हौसले बुलंद है। पकरिया में संचालित क्रेशर प्लांट के संचालक ने न तो पर्यावरण की सुरक्षा की दृष्टि से अपने क्रेशर प्लांट में नियम के मुताबिक पौधारोपण किया है। और न ही क्रेशर के परिछेत्र में जहा पत्थर तोड़ने की मशीन लगाई गई है वहाँ के आसपास पानी का छिड़काव भी नही किया जाता है।
सरपंच ने लगाया आरोप....
ग्राम पकरिया के सरपंच ने मनीष सिंगसर्वा ने बताया कि क्रेशर संचालक के द्वारा अपने लीज जमीन के बाद पंचायत के बिना अनुमति के क्रेशर पर ही अपने लीज जमीन से ज्यादा शासकीय जमीन पर दंबगई पूर्वक मिट्टी डपिंग किया है इतना ही नही सरपंच ने इसकी शिकायत कई बार पटवारी से की उसके बावजूद भी क्रेशर संचालक सरपंच को नेतागिरी का दौंश दिखाते हुए कब्जा कर रखा हुआ है। वही मौके पर पटवारी ने दोबारा सीमांकन कर जांच कर कार्यवाही करने की बात कही है।
खैंदा में पदस्थ है नर्स, निजी डॉ. की मदद से घर पर ही करती है डिलीवरी , ओपरेशन
प्रशासन जिस दौर में फर्जी डॉक्टरों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं उसी दौर में रजिस्टर्ड प्रेक्टिशनर भी अपने स्टाफ के भरोसे निजी तौर पर इलाज के नाम पर मरीजों की जान से खेल रहे हैं। इसी तरह का एक मामला प्रकाश में आया है, जिसमें कम उम्र में मां बनने से बचने की हसरत लिए नसबंदी कराने एक नर्स से मदद लेने गई महिला उसके जाल में फंसकर जान गंवा बैठी। दरअसल वह नशबंदी कराने एक नर्स के पास गई थी, जो निजी प्रेक्टिशनर की मदद से अपने घर पर ही यह काम करती है। कुल 10 हजार रुपए खर्च करने के बाद 3 दिन तक जीवन और मौत से जूझती महिला ने 24 मई को दम तोड़ दिया। पीड़िता के परिजनों के अनुसार बिना एसी और ओटी के हुए इस ऑपरेशन में महिला को जीते जी मार डाला।
पूरा मामला, पलारी ब्लाक के ग्राम गुमा निवासी गुमान पाल की बेटी पूर्णिमा पति राजू पाल 26 साल जो ग्राम पुर्नबोड बेमेतरा में शादी हो कर गई थी जिसके 4 छोटे-छोटे बच्चे हैं। एक साढ़े तीन साल, एक ढाई साल के अलावा 3 माह पहले उसे दो जुड़वा बच्चे भी हुए हैं। 8 मई को पूर्णिमा के माता पिता का सड़क हादसे में चोट लगने पर उन्हें देखने दुधमुंहे दो जुड़वा बच्चों के साथ मायके गुमा गई तो मां ने उसे समझाया इतनी जल्दी-जल्दी गर्भ धारण करने से सेहत गिरती है अत: नसबंदी करवा ले। समझाइश पर वह अपनी मां शिवबती व भाभी लक्ष्मी के साथ 20 मई को 10 बजे शासकीय अस्पताल खैंदा की नर्स डागेश्वरी यदु से, जो निजी डॉक्टर की मदद से इस तरह के काम करती है, से सलाह लेने 15 किमी दूर बलौदाबाजार गई। नर्स ने कहा कि ये काम वह खुद कर देगी, जिसके 7 हजार रुपए लगेंगे। दो घंटे बाद 12 बजे 45 डिग्री तापमान में बिना वातानुकूल ओटी के उसने पूर्णिमा की नसबंदी निजी प्रेक्टिशनर डॉ. प्रमोद तिवारी की मदद से अपने घर पर ही करा दी और शाम 5 बजे छुट्टी भी दे दी।
22 तारीख को अचानक पूर्णिमा की तबीयत खराब हो गई ....
डागेश्वरी के घर पहुंचे। नर्स ने डॉ. तिवारी से फोन पर सलाह लेकर एक दिन घर पर ही इलाज किया और 23 तारीख को डेढ़ बजे डिस्चार्ज कर दिया। इस बार दोनों ने पीड़िता से 3 हजार रुपए फिर लिे। उसी दिन रात को पूर्णिमा की फिर तबीयत खराब हुई तो रात 10 बजे घर वाले पिर नर्स के घर पहुंचे, जहां डॉ. प्रमोद तिवारी मौजूद थे। उन्होंने पीड़िता का चेकअप करने के बाद रात 12 बजे अपने बेटे डॉ. नितिन तिवारी के बलौदाबाजार स्थित चंदादेवी अस्पताल रेफर कर दिया। वहां स्थिति गंभीर होते देख रात दो बजे आरोग्य अस्पताल रायपुर रेफर कर दिया। पीड़िता 4.45 बजे आरोग्य पहुंची पर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पीड़िता के परिजनों ने इसकी रिपोर्ट सिविल लाइंस थाने रायपुर में दर्ज कराई है, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
परिवार ने लगाया आरोप..
पूर्णिमा की भाभी लक्ष्मी, मां शिवबती और पति गुमा के हेमकुमार धुव्र राजू ने कहा कि पैसे के लालच में बिना सुविधा के लापरवाहीपूर्वक नसबंदी कर नर्स डिगेश्वरी यदु व डॉ. प्रमोद तिवारी ने मासूम बच्चों के सिर से मां का साया छीन लिया। दोनों ने मिलकर हमें धोखा दिया।
अजीत मिश्रा - BBN24NEWS
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बिलासपुर जिला पंचायत के फस्ट फ्लोर में आग लगने से हड़कप मच गया ।भीषण आग की लपटों के बीच जरूरी दस्तावेज जलने की भी खबर है जिस वक्त जिला पंचायत की बिल्डिंग में आग लगी उस फ्लोर में कोई कर्मचारी आग में फंसा तो नही है इस बात की पुष्टि की जा रही है बिल्डिंग से धुआं निकलते देख हल्ला मच गया जिसके बाद आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है वही आग कब और कैसे लगी इसकी फिलहाल पुष्टि नही हो पाई है।इधर आगजनी की खबर लगते ही नगर विधयाक शैलेश पांडेय, कलेक्टर संजय अलंग मौके पर पहुच गए हैं इस घटना में आग की लपटों से सीईओ चेम्बर पूरी तरह से जल गया है। वही इस आगजनी की घटना में बिल्डिंग में धुंआ भरने से 5 लोगो का दम घुट गया जिन्हें इलाज के लिए सिम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया है ।