पुलिस की कड़ी कार्यवाई, जुआडियों सटोरियों की आई शामत ............
BBN24
भाटापारा एक ठोस शुरुवात बहुत हद तक परिणाम को पक्ष मे करने का कारक साबित होता है, लंबे समय से जुआ सट्टा भाटापारा मे एक बड़ी विडम्बना के रुप मे विद्यमान है जिसके चलते अन्य सहयोगी अपराध भी पैर पसारते हुए एक तरह से क्षेत्र की फिजा को बुरी तरह प्रदूषित कर चुके हैं और जुआ सट्टा का क्षेत्र मे इस कदर विस्तार हो चुका है कि एक तरह से यह भाटापारा की पहचान बनने की ओर अग्रसर होती नजर आ रही है |
समस्या का दिनों दिन होते विकराल स्वरुप हलाकान होती जनता एवं बढ़ते असुरक्षित वातावरण ने कमोबेश शांत और सहनशील भाटापारा को भी आंदोलित करने पर मजबूर कर दिया और जगह जगह से पीड़ा के स्वर सुनाई देने लगे साथ ही साथ नजर आने लगी अपराध की कारगुजारियों के निशान, आये दिन घरों के टूटते ताले होती लूटमार की घटना एवं अन्य अपराधों ने व्यवस्था पर सवाल उठाने शुरू कर दिये, साथ ही साथ पुलिस प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों एवं नयी सरकार को भी जनता ने कठघरे मे खड़ा करना शुरू कर दिया,
अपराध के बढ़ते प्रताप हलाकान होती जनता, सुरक्षा पर उठते सवाल एवं व्यवस्था पर लगते आरोप के मद्देनजर पुलिस प्रशासन की सक्रियता बढ़ी एवं इस दिशा मे ठोस शुरुवात की भूमिका के तहत अपराध की जड़ जुआ सट्टा पर दबिश एवं धरपकड़ का ठोस माहौल बनना शुरू हो गया है और यह कदम अपराध की जड़ पर प्रहार जैसी ठोस कार्रवाई नजर आ रही है
सट्टा मे जुड़े हुए बड़े नाम एवं सेमरिया घाट के पास बड़े जुआ फड पर कार्यवाही एक तरह से जनमानस की नजर मे इस दिशा मे बड़ा कदम है एवं बड़ी मछलियों पर दबिश है किन्तु जनमानस का कहना है कि अभी बड़े बड़े मगरमच्छों का पकड़ मे आना बाकि है जिसके चलते क्षेत्र का वातावरण प्रदूषित हुआ है इसलिए यह कार्यवाही निरंतर जारी रहनी चाहिए जिससे अपराध पर दबाव बना रहे, इसके अलावा जनचर्चा मे यह बात भी सामने आ रही है कि अपराधों के जड़ जुआ सट्टा के बड़े बड़े मंच के संचालन मे कहीं न कहीं बड़ी बड़ी प्रभावशीलता का भी हाथ है जो इन्हे महफूज बनाए रखती है और कार्यवाहियों से बचाने का प्रयास करती है, इस दिशा मे भी व्यवस्था की सजगता की आवश्यकता है एवं अपराध को संरक्षण जैसे माहौल को भी ध्वस्त करने की जरुरत है ||
NEWS EDIT BY - @YASH LATA