रायपुर। राजधानी रायपुर के मिलेनियम प्लाजा में चार्टर्ड अकाउंटेंट की गोली लगने से संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। पुलिस मामले को खुदकुशी मान रही है, लेकिन मौके की परिस्थितियों को देखकर पूरा मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रायपुर के रिंग रोड स्थित अशोका मिलेनियम में सीए के दफ्तर में रविवार शाम 7.30 बजे गोली चलने से सीए की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक सीए के पास से एक पिस्टल और चार पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर जांच में जुट गई है। वहीं, यह बात सामने आई है कि दोस्तों से रुपए के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। शाम को ही सीए का एक दोस्त उससे मिलने आया था, जिसके बाद यह घटना हुई। पुलिस दोस्तों से पूछताछ में जुटी है। पुलिस हत्या के ऐंगल से भी जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक अशोका मिलेनियम के फ्लैट नंबर 43 में विनीत पटेल का दफ्तर है। वह टिकरापारा इलाके में रहता था। मृतक पीएचक्यू में पदस्थ एआईजी उमेश चौधरी का साला है। सीए के दफ्तर से 4 पन्ने का एक पत्र भी मिला है, जिसमें उधार लेने और उधार देने वालों के नाम लिखे हैं। इस संबंध में पुलिस जांच में जुट गई है। फ्लैट को पुलिस ने सील कर दिया है। बताया जा रहा है कि जिस पिस्टल से गोली चली वह विनीत पटेल के दोस्त अवधेश दुबे की पत्नी सुनीता दुबे के नाम है। पिस्टल मृतक के पास आने के संबंध में पुलिस ने पूछताछ की तो अवधेश ने बताया कि वह पिस्टल शारदा गन हाउस जमा करने जा रहा था।
इस दौरान वह अपने दोस्त वैष्णव के साथ विनीत से मिलने गया। वहां विनीत ने उधार लेने वाले एक शख्स को डराने के लिए पिस्टल मांगी। उसने कहा कि वह रुपए नहीं दे रहा है। थोड़ी देर बाद वह पहुंचने वाला है। उसके सामने पिस्टल तानकर एक्टिंग करूंगा। फिर वह रुपए देने के लिए तैयार हो जाएगा तो पिस्टल लेकर चले जाना। अवधेश ने पुलिस को बताया कि उसने पिस्टल दे दी और वहां से चला गया। इसके कुछ देर बाद गोली चलने की खबर लगी। पुलिस ने उधार लेने वाले उस शख्स के संबंध पूछा तो अवधेश ने उसका नाम सोनी बताया। पुलिस अवधेश से पूछताछ में जुटी है। फिलहाल पुलिस ने शव को मच्युरी में रखवाकर मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है।
दंतेवाड़ा:- पुलिस ने शुक्रवार को गुडसे के जंगलों में घेराबंदी कर एक जनमिलिशिया सदस्य को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार माओवादी को बम लगाने में एक्सपर्ट बताया जा रहा है। पुलिस ने उसके कब्जे से एक बम जब्त किया है। मुखबिर की सूचना पर कटेकल्याण पुलिस ने यह कार्रवाई की है। पुलिस ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान के तहत ग्राम उसकोपारा गुड़से के जंगल-पहाड़ी में माओवादियों की उपस्थिति की सूचना मुखबिर से मिली। पुलिस ने सर्चिंग कर गुड़से के जंगल में घेराबंदी कर जनमिलिशिया सदस्य जोगा राम माड़वी पिता देवाराम (34) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दावा किया कि गिरफ्तार माओवादी अपने अन्य साथियों के साथ 16 मार्च 2019 को पुलिस पार्टी पर हथियार लूटने की नीयत से अंधाधुंध फायरिंग की थी। साथ ही वह कमांडर देवा के कहने पर ग्राम मारजूम, सुरनार, चिकपाल, परचेली क्षेत्र में पुलिस पार्टी को जान से मारने की नीयत से बम लगाता था। गिरफ्तार माओवादी विगत 6 वर्षों से नक्सली संगठन से जुड़कर मारजूम, सुरनार, चिकपाल, परचेली क्षेत्र में सक्रिय था।