19 लाख के 06 माओवादियों ने किया पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण
बीजापुर: नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत थाना फरसेगढ़ एवं नेलसनार के प्रयासों से नक्सली जीवन शैली से त्रस्त होकर व नक्सलियों के खोखली विचारधारा से क्षुब्ध होकर तथा छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज के मुख्य धारा में जुड़ने के उद्देष्य से नक्सलवाद छोडने का फैसला कर 06 माओवादियों द्वारा बीजापुर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया। *01. दिलीप वड्डे उर्फ चिन्ना उर्फ वड्डे चिन्ना उर्फ दिलीप चिन्ना,संगठन में कम्पनी नं0 01 के प्लाटून 02 का प्लाटून कमांडर, घोषित ईनाम :- 08 लाख रूपये, माड़ डिवीजन में सक्रिय, संगठन में भर्ती - वर्ष 2002 से 2007 तक प्लाटून सदस्य के रूप में काम किया बाद वर्ष 2007 से 2011 तक कंपनी 1 का प्लाटून 2 का सेक्शन कमांडर के रूप में काम किया।वर्ष 2011 से अबतक प्लाटून नं 2 का प्लाटून कमांडर के रूप में कार्य कर रहा था। घटना में शामिल :- वर्ष 2003 में गीदम थाना लुटने की घटना में शामिल था, वर्ष 2003 में कोरापुट उड़ीसा पुलिस लाईन को लुटने की घटना में शामिल था, वर्ष 2005 में धौडाई थाना जिला नारायणपुर में लुटने की घटना में शमिल था, वर्ष 2007 मे झाराघाटी जिला नारायणपुर की घटना में शामिल था, वर्ष 2007-08 में कुदूर घाटी जिला नारायणपुर की घटना में शामिल था, वर्ष 2008-09 के सुलेंगा जिला नारायणपुर मध्य एम्बुश की घटना में शामिल, वर्ष 2008-09 के बीच मुंगपल्ली नारायणपुर एम्बुश की घटना में शामिल था, वर्ष 2010 तक कोगेंरा जिला नारायणपुर गांव की पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल था, वर्ष 2015 में गुडरापारा जिला नारायणपुर में पुलिस -नक्सली मुठभेड़ मेंं शामिल था, वर्ष 2016 में अबुझमाड़ पीटेकल में हुये मुठभेड़ में दाहिने हाथ की कलाई में गोली लगा था, वर्ष 2016 में बासिन कैम्प जिला नारायणपुर में फायरिंग हुआ, देशी बम से हमले में शामिल था, वर्ष 2016 में मेडमामेंटटा जिला नारायणपुर में पुलिस नक्सली मुठभेड़ व एम्बुश की घटना में शामिल था । *02. मड़कम बण्डी संगठन में कम्पनी नं0 01 का ‘बी’ डिप्टी सेक्शन कमांडर, जिस पर घोषित ईनाम 03 लाख रूपये था। संगठन में भर्ती - वर्ष 2010 में बोडकेल एरिया कमेटी के मल्ले द्वारा संगठन में भर्ती किया गया। वर्ष 2010 से 2012 तक कम्पनी सदस्य व 2013 से 2018 तक कंपनी के बी सेक्शन का डिप्टी सेक्शन कमांडर के रूप में कार्य कर रहा था। घटना में शामिल :- वर्ष 2010 में चितंलनार, तिपुरम की घटना में शामिल था, वर्ष 2016 में बासिन कैम्प नारायणपुर में देशी लांचर फेकने की घटना में शामिल था, वर्ष 2017 में आकाबेड़ा कैम्प नारायणपुर में देशी लांचर फेकने की घटना में शामिल था, वर्ष 2018 में इरपानार की घटना में शामिल था । *03. सनकी वड्डे उर्फ सुजाता उर्फ सम्मी , संगठन में पद :- कंपनी नं0 1 के प्लाटून नं. 02 की सदस्या। जिस पर ईनाम 02 लाख रूपये था। वर्ष 2008 में कमांडर हरिराम के द्वारा संगठन में भर्ती किया गया। संगठन में वर्ष 2008 से अबतक कंपनी नं. 01 का प्लाटून नं. 02 के सदस्य के रूप में काम कर रही थी। घटना में शामिल :-वर्ष 2009 में कोंगेरा एम्बुश (अबुझमाड़ क्षेत्र) की घटना में शामिल थी,वर्ष 2009 में रिसगांव एम्बुश जिला धमतरी की घटना में शामिल थी, वर्ष 2015 में बासीन (जिला नारायणपुर) कैम्प अटैक की घटना में शामिल थी। *04. बुदरी उसेण्डी पिता गुड्डी उम्र 22 वर्ष, संगठन में पद :- कुतुल एलओएस सदस्य घोषित ईनाम शासन द्वारा 01 लाख था। संगठन में भर्ती - वर्ष 2016 में आदेड़ एरिया कमेटी के कमांडर दीपक मुहन्दा के द्वारा संगठन में भर्ती किया गया। जिसमें वर्ष 2016 से अबतक डीव्हीसी रनीता की गार्ड थी। *05. महेश वासम पिता रामैया वासम उम्र 18 वर्ष, संगठन में सीएनएम सदस्य रही व संगठन में भर्ती वर्ष 2017 में पाली कुरसम के द्वारा भर्ती कराया गया। वर्ष 2017 से अबतक सीएनएम सदस्य के रूप में कार्य कर रहा था। घटना में शामिल - वर्ष 2017 में बारेगुड़ा चौक में विश्वनाथ बस को जलाने की घटना में शामिल। *06. विनोद मेट्टा संगठन में पद :- सीएनएम सदस्य संगठन में भर्ती वर्ष 2011 में डीएकेएमएस अध्यक्ष मट्टीमरका सुरेश के द्वारा संगठन में जबरजस्ती डरा धमकाकर संगठन में भर्ती कराया गया। आत्मसमर्पित माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण करने पर उन्हे उत्साहवर्धन हेतु शासन द्वारा देय प्रोत्साहन राशि 10,000-10,000 हजार रूपये (दस-दस हजार रूपये) प्रत्येक को नगद प्रदाय किया गया। इन्हें शासन के पुनर्वास नीति के तहत् और अन्य सुविधा एवं लाभ दिया जायेगा।