A REPORT BY :: अजीत मिश्रा
0 प्रशासनिक भवन के बाहर लगाए नारे।
0 कुलपति पर लगाया भ्रष्ट और अनैतिक होने का आरोप ।
0 कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने दर्ज कराई मौजूदगी।
0 विश्वविद्यालय में बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था।
0 कुलपति अंजिला के इस्तीफे की मांग।
0 विश्वविद्यालय बना आर.एस.एस. का गढ़-प्रदर्शनकारी।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय RRS का गढ़ बन चुका है। यहां हर तरह भ्रष्टाचार है और अव्यवस्था अपने चरम में है। इतना ही नही तमाम अव्यवस्था और गड़बड़ियों के लिए यहां की कुलपति अंजिला गुप्ता जिम्मेदार है। ये सारे आरोपों कांग्रेसियों ने लगाए हैं। यही कारण है कि, मंगलवार को एनएसयूआई ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया वही इस मौके पर देश के कई विश्वविधालय की तर्ज में यहाँ पर भी आजादी जैसे नारे लगाए गए।। काफी हो हंगामे के बाद बिलासपुर सिटी मजिस्ट्रेट को मामला शांत कराने वहाँ आना पड़ा और इसी बीच विरोध प्रदर्शन कर कांग्रेसी राष्ट्रपति के नाम ज्ञपन सौंपा।।विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों भी शामिल हुए। विश्व विद्यालय के प्रशासनिक भवन के बाहर मुख्य दरवाजे पर चढ़कर प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा मचाया। विश्वविद्यालय शिक्षा का मंदिर है जहां इस तरह के विरोध प्रदर्शन आरोप-प्रत्यारोप से साबित हो जाता है कि यहां स्थिति कितनी गंभीर है। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति अंजिला गुप्ता ने बिलासपुर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और एनएसयूआई के पदाधिकारियों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज की है। वही दूसरे ही दिन कांग्रेसियों के द्वारा इतना उग्र प्रदर्शन हुआ है। साफ है कि, विश्वविद्यालय के लिये आने वाले दिन कितने कठिनाइयों से भरे होंगे। दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय केसरवानी ने साफ शब्दों में कुलपति आंजनी गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं साथ ही उनके मनमानी और दादागिरी के खिलाफ ऐसे ही प्रदर्शन लगातार करने की बात कही है।
0 कुल 4लाख 67 हजार मतदाता।
0 इस बार 50 जनपद सदस्य मैदान में।
0 कुल 258 सरपंच और 3876 पंच के बीच मुकाबला।
0 पहले चरण में बिल्हा मस्तूरी में मतदान।
0 दोनों ब्लॉकों के 10 जिला पंचायत में चुनाव।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की शुरुआत हो चुकी है पहले चरण में बिलासपुर के मस्तूरी और बिल्हा ब्लॉक के कुल 10 जिला पंचायतों के लिए चुनाव हो रहे हैं। इसमें तकरीबन चार लाख 67 हजार मतदाता मतदान करेंगे। वही चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के जिक्र करें तो यह साफ हो जाता है कि, इस बार काफी बड़ी संख्या में लोग चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें 50 जनपद सदस्य, 258 सरपंच और 3876 पंच पद के उम्मीदवार मैदान में है। दूसरी तरफ चुनाव को संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने तकरीबन 4900 मतदान कर्मी और अधिकारियों को डियूटी में तैनात किया है। सुरक्षा के लिहाज से इसी अनुपात में मतदान केंद्र और उसके बाहर भी पुलिस बल तैनात किए गए हैं। पूर्व निर्धारित समय के हिसाब से सुबह 7:00 बजे से लेकर दोपहर 3:00 बजे तक मतदान हुए और इसके बाद मतपत्रों की गणना की व्यवस्था है। पंचायत चुनाव में आम मतदाताओं का भी उत्साह देखने लायक रहा।