अकलतरा - हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नगर अकलतरा में गुरुमाता ममतामयी मां मिनीमाता जी के पुण्यतिथि पर डॉक्टर अंबेडकर विचार युवा संगठन अकलतरा के तत्वाधान में माल्यार्पण कार्यक्रम मिनीमाता चौक अकलतरा (जांजगीर मोड) में सुबह 10:00बजे रखा गया है इसमें सतनामी समाज के सभी प्रबुद्ध व्यक्ति,युवा साथी एवं भीम आर्मी भारत एकता मिशन अकलतरा के समस्त साथीगण आमंत्रित है वही गुरुमाता ममतामयी मिनीमाता को पुष्पाजंली एवं श्रद्धांजलि अर्पित किया जाएगा साथ ही अकलतरा ब्लाक के सभी समाज के लोगों को विकास भारद्वाज संगठन अध्यक्ष ने अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित होने की अपील की है।
बिर्रा-आरकेटीसी कंपनी ने चमचमाती सडक का निर्माण तो कर दिया है पर पानी निकासी के लिए बनाई गई आधे अधूरे नाली के खुले व उसकी सफाई नही होने से बजबजाती गंदगी में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है।घटोली चांपा से बिर्रा-सिलादेही सड़क का काम पूरा हो गया है। सड़क के दोनों साईड में आधे अधूरे नाली निर्माण का कार्य शुरू हुआ है। वही कुछ जगह पर नाली काम होने के बाद भी स्लैब नही डाला गया है और नाली की सफाई नहीं होने सें नाली जाम हो गया है। साथ ही नाली में गंदगी होने के कारण मच्छर भी पनपने लगा है। जगह जगह नाली की गंदगी की सफाई नहीं होने के कारण उठती बदबू से लोग परेशान हो रहे हैं। वहीं बदबू के चलते नाली के पास रहने वाले लोग भी खासा परेशान है।जो खतरनाक होने के साथ जानलेवा साबित हो रहा है। वास्तव में नाली निर्माण होने के साथ ही नाली की सफाई किया जाना चाहिए। किंतु नाली बनने के बाद भी नाली की सफाई करने ठेकेदार भी ध्यान नहीं दे रहे है। इधर अधिकारियों की उदासीनता भी समझ से परे है। नाली की सफाई नहीं होने के कारण इस बरसात में लोगों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है। वही शीघ्र ही नाली की सफाई नहीं होती है, तो ग्रामीण उग्र आदोंलन करने की बात कह रहे है।
भाटापारा की जनसमस्याओं को लेकर जिले के कलेक्टर से कांग्रेस जनो ने मुलाकात की है । कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने भाजपा शासित नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अन्य अनियमितताओ पर ध्यानाकर्षण करवाया, जिसमे प्रमुख रूप से अधिकारियों के कार्यालय में उपस्तिथ न रहने की शिकायत के साथ सिटी बस पुनः चलाने की मांग रखी, साथ ही समय समय पर भाटापारा में अबैध निर्माण एवं कब्जे पर प्रशानिक कार्यवाही नही होने पर नाखुशी भी जाहिर की गई ,अवैध रूप से बिक रहे शराब की बिक्री में रोक लगाने,नगरपालिका के कॉम्प्लेक्स में अवैध निर्माण, जल आवर्धन योजना के तहत पाइप लाइन विस्तार का निरीक्षण सहित कलेक्टर को नगर हित मे अनेक समस्याओं से अवगत कराया। कलेक्टर के सांथ प्रतिनिधि मंडल ने बिंदुवार लगभग डेढ़ घण्टे तक चर्चा की।कलेक्टर ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया की सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से बैठक कर जनहित मे सभी बिदुओं पर कदम उठाए जाएंगे।
मुलाकात करने वालो में प्रमुख रूप से सुनील महेश्वरी प्रदेश प्रतिनिधि सतीस अग्रवाल, शहर अध्यक्ष विनोद अग्रवाल , डॉक्टर के. के. नायक , भरत वर्मा, राजकुमार शर्मा रामविलास साहू पार्षद नानू सोनी संजय बघेल अविनाश दास शिरिज जांगड़े प्रशांत गांधी वैभव केसरवानी जहीर बाटिया सत्यजीत सेन्डे नवीन बक्स गिरीश परप्यानी मोहन निषाद मनमोहन कुर्रे राजा तिवारी नितिन व समस्त कांग्रेस जन उपस्तिथ रहे
रायपुर , १० अगस्त : पिछले कई वर्षो में नेत्र चिकित्स्य क्षेत्र में विश्वसनीयता और उच्तम तकनीक से अपना नाम सफलता के उचाई पर पहुंचाकर गणेश विनायक ऑय हॉस्पिटल ने हाल ही में एक और बेहतरीन कार्य करा - राजनांदगांव निवासी 20 वर्षीय तरुणा साहू , कोरबा निवासी 18 वर्षीय गिरजा कुमारी व बेमेतरा निवासी 19 वर्षीय संध्या राजपूत जो इस जन्म से भेंगेपन का शिकार थे वे सामाजिक अवहेलना झेल रहे थे, उन्हें गणेश विनायक ऑय हॉस्पिटल ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन करके इस अवसाद से छुटकारा दिलाया है। प्रदेशवासियों को जन्मजात तिरछेपन से निजात पाने के लिए अब कहीं भी शहर से बहार जाने के आवशकता नहीं पड़ेगे । अब किफायती दामों में ये सुविधा का लाभ लोग आसानी से उठा सकेंगे। विख्यात नेत्र सर्जन व श्री गणेश विनायक ऑय हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ चारुदत्त कलमकार ने इसकी जानकारी प्रेस वार्ता में देते हुए बताया की “जब दोनों आँखें एक साथ मिलकर एक ही लक्ष्या पर ध्यान केंद्रित करने में असक्षम हो जाते हैं तो ऐसे स्थिति को भेंगापन कहते हैं । जिन लोगों को ये समस्या होते है उनके आँखें अलग अलग दिशा में देखते है व अलग अलग वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करते है. स्कॉइन्ट(Squint)जिसे आँखों का तिरछापन या भेंगापन भी कहा जाता है जिससे आँखों कि मांसपेशियां जो कि आँखों कि घुमाव को नियंत्रित करती उनके संतुलन में कमी आ जाती है . आँखों का तिरछापन बच्चो में और बड़ो में दोनों ही में हो सकता है. “तिरछेपन के निम्नलिखित कारण है- पैदायशी तौर पर जिसमे बच्चा तिरछेपन के साथ ही पैदा होता है , अनुवांशिक जिसमे तिरछापन परिवार में पिढी दर पिढी चला आ रहा हो, दूर कि या पास कि नजर की कमी - जिसमे आँखों को पर्याप्त नंबर न मिलने कि वजह से तिरछेपन में रूपांतरण होता है , मांसपेशियों कि कमजोरी - जिसमे आँखों कि एक से अधिक मासपेशी ठीक से कम नहीं करती व दिमाग में सूजन भी तिरछेपन के लिए कारणीभूत हो सकता है .” ऐसा डॉ कलमकार ने आगे बताया. जाने मने नेत्र सर्जन व श्री गणेश विनायक ऑय हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर सुनील मल्ल ने कहा की “तिरछेपन के लक्षण में -एक या दोनो आँखों को अलग - अलग दिशाओ में घूम जाना , एक या दोनो आँखों कि दृष्टि का कम होना ,एक से ज्यादा आकृति का दिखना है ।तिरछेपन का इलाज उसके प्रकार के अनुसार बदलता है जैसे दृष्टि को ठीक करने वाले नंबर इस्तेमाल करने से तिरछापन ठीक होता है और ओक्लुशन पेंचिंग - अच्छी आँख पर पट्टी लगाने से कमजोर आँख देखने के लिए प्रोत्साहित होती है, जो चिकित्सक कि देखरेख में किया जाता है. यदि इस इलाज से भी तिरछापन का इलाज नहीं होता है तो सर्जरी कर तिरछापन को ठीक किया जा सकता है .” “अगर जरुरत हो तो सर्जरी जन्म के कुछ ही महीनो के भीतर कि जा सकती है . वयस्क मरीज़ में भी सर्जरी के माध्यम से तिरछेपन का इलाज पूरी तरह संभव है . सामान्यतः सभी बच्चो कि आँख कि जाच उनके चौथी वर्षगाठ के पूर्व करानी चाहिये`”डॉ चारुदत्त कलमकार ने ये जानकारी साझा करी. कोरबा निवासी मरीज गिरजा कुमारी ने कहा " हम नहीं जानते थे की ये सर्जरी जन्म के कुछ समय बाद ही की जा सकते है। यदि पता होता तो समाज के हीं दृष्टि का सामना नहीं करना पड़ता । प्रदेश में ये सुविधा होने से हमे कहीं जाने के जरुरत नहीं पड़े । किफायती दरों में श्री गणेश विनायक ऑय हॉस्पिटल ने इस तिरछेपन का इलाज संभव कर दिखाया । श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल के बारे में पिछले चार वर्षों से देश की रोकी जा सकने वाली दृष्टिहीनता की समस्या से जूझ रहे श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल ने पिछले तीन वर्षों में 1 लाख से अधिक मोतियाबिंद सर्जरी की हैं। यह 50 बेडेड अस्पताल नवीनतम उपकरणों और नई तकनीकों से सुसज्जित है। धमतरी रोड, रायपुर के सामने स्थित, डॉ. चारुदत्त कलामकर (एम्स), डॉ. अनिल गुप्ता (शंकर नेत्रालय), डॉ. विनय जायसवाल, और डॉ. सुनील मॉल (एम्स) के मार्गदर्शन में यह सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल है। उपचार की सस्ती कीमत पर एक छत के नीचे अंतरराष्ट्रीय मानक व्यापक नेत्र देखभाल सुविधा प्रदान करने के लिए सेट किया गया है जो आम लोगों की पहुंच के भीतर है।
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