आज के इस भाग दौड भरी जिन्दागी में जहां रामलीला का मंचन विलुप्ति के कगार पर है वही भाटापारा की श्री आदर्ष रामलीला नाटक मंडली इतिहास रचने की ओर है सन् 1920 से चली आ रही यह रामलीला पुरे छत्तीसगढ़ राज्य की एैसी रामलीला संस्था है जो इतिहास सुनहरे अक्षरो में दर्ज करते हुए अपने 98 वर्ष को पुरा करेगी, इस संस्था के कलाकार नगर के नन्हे मुन्हे बच्चे रहते है।सन्1920 से प्रारंभ रामलीला संस्था रचेगी इतिहास* *22सितंबर से प्रारंभ 10 दिनों की रामलीला पुर्ण करेगी अपना 98वें साल* भाटापारा-भाटापारा की श्री आदर्श रामलीला नाटक मंडली इतिहास रचने की ओर है सन्1920 से प्रारंभ यह रामलीला पुरे छत्तीसगढ़ राज्य की ऐसी रामलीला संस्था है जो इतिहास के सुनहरे अक्षरो में दर्ज करते हुए अपने 98वें वर्ष को पुरा करेगी, इस संस्था के कलाकार नगर के नन्हे मुन्हे बच्चे रहते है। नवरात में नौ दिन लगातार लीलाओ का मंचन किया जाता है।इस रामलीला में अद्भत तरिके से राम चरित मानस, बाल्मिकी रामायण,रामचरित्र दर्पण,राधेश्याम रामायण,वसुनायक रामायण,आर्य संगीत रामायण,हिन्दी अनुवाद रामायण एवं अनेक साहित्यो का समावेष किया है।नवमी के दिन भव्य अहिरावणवध , देवी लीला दिखाई जाती है जिसे अवलोकन करने लगभग 10हजार की भीड़ रामलीला में उमड़ती है,एवं भाटापारा के रावणभाटा में दशहरा के दिन रावण वध की लीला खेली जाती है। दशहरा मेला मे हजारो की संख्या मे लोग रावण मारने की लीला एवं दशहरा उत्सव मनाने पहुंचते है। बेहतरिन साजसज्जा,अस्त्र,षस्त्र एवं वस्त्र तथा लगभग साढ़े तीन-तीन किलो के चांदी के मुकूट राम,लक्ष्मण,भरत,शत्रुहन,सीता,हनुमान बनने वाले पात्रो के लिए मंडली में दान स्वरूप मौजुद है।तथा बरसात के रूकावट से बचने के लिए लगभग हजारो के वाटरप्रुफ पंडाल रामलीला मैदान में लगाया गया है।।
भाटापारा की यह रामलीला संस्था जो अंग्रेजो के समय के लोगो में धर्म का प्रचार कर रही है इसमें छत्तीसगढ के सुपर स्टार अनुज शर्मा,भाटापारा के वर्तमान भाजपा के विधायक षिवरतन शर्मा एवं जिला पंचायत सभापति अष्वनि शर्मा अपने कलाकारी के जौहर दिखा चुके है। वर्तमान में रामलीला में छठवी पीढी के कलाकारो के द्वारा मंचन किया जा रहा है।पेंट साजा सज्जा मे शिव गुप्ता एवं राजकुमार गुप्ता रहेंगे। इस संस्था से जुड़े कलाकार राजिम कुंभ महोत्सव में भी अपनी कला का लोहा मनवा चुके है।इसके पूर्व मंगल प्रसाद एवं मुरारीलाल शर्मा ने अपने जीवन का आधे से ज्यादा समय भाटापारा की रामलीला को दिया है,रामलीला में जो विधा और संगीत में स्वरों का उपयोग किया जाता है ये मुरारीलाल शर्मा जी की देन है जिससे छोटे छोटे कलाकार स्वरों का ज्ञान पाते है। 22सितंबर से आरंभ होगी लीला नवरात्रि प्रारंभ के दुसरे दिन 22सिंतबर 2017 को गणेष पुजन एवं मुकूट पुजन के साथ रामलीला प्रारम्भ हुई।एवं 23 सितंबर को नारद मोह और मुनि आगमन की मार्मिक लीला का मंचन हुआ एवं 24 सितम्बर को धनुष यज्ञ एवं रामसीता की जयमाला की लीला दिखाई गई वही आज 25 सितम्बर को परसुराम-लक्ष्मण संवाद,केवट प्रसंग,सीताहरण जटायु मरण की लीला दिखाई जाएगी। व्यासगद्दी में संस्था के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा,धन्जी जोशी,हेमंतमल,रामजी जोशी आदि रहेंगे। रामलीला की सभी गतिविधियो की व्यवस्था एवं अर्थव्यवस्था संभालने वाले मोनु मल,सुर्यकांत शुक्ला एवं मंच व्यवस्था पुर्णेंदु त्रिवेदी,नासिर बांठिया और लाला शर्मा। वर्तमान कलाकारो में बलराम जोषी,कोमल शर्मा,जगदीश वैष्णव,आयुष तिवारी,मिलिंद जोशी,अक्षत जोशी ,दिब्यांश जोशी,मनोज(पिंटी)गुप्ता,यश अग्रवाल,गुणवंत अवस्थी,प्रांजल शर्मा,हर्ष गुप्ता,अभि शर्मा,आदित्य जोशी कृष्णा अग्रवाल,हर्ष दधिच,छोटा दधिच,आयअंकित अग्रवाल,तुषार जायसवाल,कृष्णा मल,श्याम मल,मिलिंद जोशी,श्रेयांश शर्मा,हरिराम मिस्त्री,एवं नगर कई वरिष्ठ कलाकार एवं बालक कलाकारो द्वारा मंचन कर धार्मिक शिक्षाओ का प्रचार करेगें।
इस संस्था में जुड़े लोग निःशुल्क एवं निस्वार्थ भावना से भगवान की सेवा करते है। इस साल का मुख्य आकर्षण एक छोटे से बालक द्वारा तबलावादन और एक 4थी कक्षा के 9 साल के बच्चे के द्वारा लक्ष्मण जैसा महत्वपुर्ण किरदार को निभाना रहेगा। *मंडली के 98वें वर्ष तक पहुंचाने में जो नींव के पत्थर साबित हुए भाटापारा-इस रामलीला का संगीत सबसे मजबुत पक्ष है।बच्चो की तैयार रामलीला खत्म होने के बाद से फिर से शुरू हो जाती है साथ ही तैयार करने वाले अपने दैनिक कामो से अपना समय निकाल कर राम लीला को देते है साथ ही बच्चे अपनी पढ़ाई साथ साथ रामलीला मंचन में ध्यान देते है। वर्जन-जगदीश वैष्णव,अभिनय टिचर-यहां की रामलीला का इतिहास अंग्रेजो के समय का है यह रामलीला एक पाठषाला है यहां भगवान के द्वारा दिये गए शिक्षाओ को बच्चे पढ़ते,सीखते,एवं अपने चरित्र में उतारते है।बच्चे अपने धर्म के बारे में अच्छे से जानते है। इस रामलीला में हिन्दु मुस्लिम सिख इसाई सभी धर्म के लोग सहयोग करते है।