राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद नैक की टीम ने शासकीय दिग्विजय कॉलेज का किया निरीक्षण
सूर्यकान्त यादव @ BBN24NEWS
दिग्विजय कॉलेज में हॉस्टल और प्रोफेसर की कमी के कारण इस बार भी कॉलेज को ए प्लस ग्रेड नहीं मिल पाएगा क्योंकि कॉलेज में प्रोफेसरों और हॉस्टल तथा मैदान की कमी दूर नहीं हो पाई है इसके चलते ने की टीम के मामलों में कालेज ए प्लस ग्रेड के मापदंडों पर खरा नहीं उतरता।मिलेगा छात्रों को फायदा नेक देश का एक ऐसा संस्थान है जो भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों का आकलन तथा प्रत्यायन मान्यता देने का काम करती है हर कॉलेज को ग्रेड के आधार पर ही अनुदान राशि प्राप्त करती है नेट से मिलने वाली अनुदान राशि से कालेजों में अध्यनरत छात्रों को अलग-अलग क्षेत्रों में बढ़ावा मिलता है...इस मामले में दिग्विजय कॉलेज के प्राचार्य का कहना है कि कालेज को हर 5 साल में नेक से मान्यता लेनी पड़ती है 5 साल पहले कॉलेज को बी ग्रेड की मान्यता मिली थी इस बार कॉलेज में बड़ा प्रयास कर ग्रेड हासिल करने के लिए मेहनत की है कि टीम ने निरीक्षण कर अपने निर्धारित मापदंडों के आधार पर कालेज की सुविधाओं को परखा है उन्होंने बताया कि अगर कॉलेज को ए ग्रेड के मान्यता मिलती है तो सबसे पहले कालेज को उच्च शिक्षा एवं रिसर्च के लिए 5 करोड़ की फंडिंग ने की जाएगी जिससे हम बच्चों को बेहतर शिक्षा दे पाएंगे इसके साथ ही छात्रों रिसर्च के लिए काफी सहयोग मिलेगा।
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