Success Story - मेरी ख्वाहिश कि मैं अपनी मातृभूमि छत्तीसगढ़ महतारी की ही सेवा करूं - सुष्मिता जायसवाल
अगर किसी सफलता को पाने की जिद मन मे ठान लो तो मंजिल आपके लिए दूर नहीं
वही सुष्मिता जायसवाल ने बताया कि एम्स चयन होना उनका सपना था हर मेडिकल फील्ड के लोगों की ख्वाहिश होती है कि उनका सिलेक्शन एम्स जैसे बड़े संस्थानों में हो । मध्यम वर्गीय परिवार में होने की वजह से आर्थिक समस्याओं को देखते हुए मैंने सिर्फ और सिर्फ अपने लक्ष्य पर ही फोकस किया और बिना किसी प्रेशर के पढ़ाई शुरू की सबसे पहले तो एमएससी नर्सिंग में मेरा सिलेक्शन रायपुर के एम्स में हुआ फिर वही पर मैंने पढ़ाई करते हुए नर्सिंग ऑफिसर की भी तैयारी की प्रवीण सूची में नाम आने से एक अलग ही खुशी का अनुभव हुआ लेकिन एक डर था कि कहीं मेरी पोस्टिंग किसी अन्य प्रदेश में ना हो जाए लेकिन खुशी और दुगना हो गया जब मुझे रायपुर एम्स मिला। क्योंकि मेरी ख्वाहिश थी कि मैं अपनी मातृभूमि छत्तीसगढ़ महतारी की ही सेवा करूं। साथी साथ उन्होंने यह भी बताया कि जो भी नर्सिंग के छात्र एम्स या फिर किसी भी शासकीय सेवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो वह अपने लक्ष्य के प्रति केंद्रित होकर प्रयास करेंगे तो उन्हें सफलता जरूर मिलेगी उन्होंने यह कहा कि अगर जिसे सफलता को पाने की जिद मन में ठान लो तो मंजिल आपके लिए दूर नहीं होगी बल्कि मंजिल खुद चलकर आपके पास आएगी। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि सफलता 1 दिन में नहीं मिलती सफलता पाने के लिए आपको बार-बार मेहनत करना पड़ेगा हर आने वाले दिन को यह समझना चाहिए कि आने वाला दिन उनकी जिंदगी का वह दिन है जिसका इंतजार है बरसों से है। ये एक लाइन जो हमेशा उनके नोटिस बोर्ड में लिखा रहता है...
If you want shine like a sun, so first you burn like sun Susmita Jaiswal
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